बिजली विभाग की लाइन लॉस कम करने की तैयारी
मेरठ ब्यूरो। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नेशनल पावर इनस्टीट्यूट (एनपीटीआई) द्वारा पश्चिमांचल विद्युत वितरण लिमिटेड के सहयोग से रिवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन सैक्टर स्कीम के तहत कराया जा रहा है। यह स्कीम उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति एवं लाईन हानियॉ कम करने सम्बन्धी इन्फ्र ास्ट्रक्चर सुदृढ़ करने के लिए भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांशी योजना है। लाइन लॉस कम करने का प्रयास
इस दौरान प्रबन्ध निदेशक ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य विद्युत लाईन हानियों को 12 से 15 प्रतिशत और औसत आपूर्ति मूल्य एवं औसत राजस्व प्राप्ति के गैप को शून्य किया जाना है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यशाला योजना के उच्च गुणवत्तापरक क्रियान्वयन में यूटिलिटी इन्जीनियरों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इस दौरान निदेशक(कार्मिक एवं प्रबंधन) ने बताया कि योजना में बिजली वितरण कम्पनियों के वितरण सम्बन्धी बुनियादी ढांचों को सुदृढ़ एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है जिसमें सभी हित-धारकों के लिए जागरूकता पैदा करने एवं सम्बन्धित एक सक्षम परिस्थिति तंत्र बनाने की मजबूत आवश्यकता है। इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एनपीटीआई द्वारा पविविनिलि यूटीलिटी इन्जीनियरों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है इससे यूटिलिटी इन्जीनियरों को योजना के क्रियान्वयन को सशक्त बनाने में सहायता मिलेगी।
डेटा एनालेसिस, एएमआई स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग पर हुई चर्चा वर्कशॉप में एनपीटीआई बदरपुर, दिल्ली के कार्यक्रम निदेशक डॉ दीपक कुमार शर्मा ने ईएमआई(एडवांस मीटरिंग इन्फ्र ास्ट्रक्चर) का विस्तार, डेटा के एनालेसिस के यूज, विद्युत की बचत आदि विषयों की जानकारी दी। जिससे प्रशिक्षणार्थी डेटा एनालेसिस, एएमआई स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग आदि विषयों की जानकारी मिली। डॉ दीपक शर्मा ने बताया कि एनपीटीआई को देश भर में आरडीएसएस पर प्रशिक्षण करने के लिए नोडल एजेन्सी बनाया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डिस्कॉम के मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, सहारनपुर एवं मुरादबाद जनपद के सहायक अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ता स्तर के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।