बीती 26 अक्टूबर को लिसाड़ी गेट के फातिमा गार्डन में 12 टुकड़ों में मिला था महिला का शव

चार महीने बाद भी न सिर मिला, न हुई शिनाख्त, पुलिस के लिए बनी पहेली

सर्विलांस, मुखबिर तंत्र, पति-पत्नी एंगल समेत सभी एंगल फेल

एक युवक ने मृतका को बताया था पत्‍‌नी, लेकिन उसकी पत्‍‌नी भी लौट आई

Meerut। 26 अक्टूबर की वह शाम जिससे पूरे शहर की रूह कांप गई थी। लिसाड़ी गेट के फातिमा गार्डन में एक महिला का शव 12 टुकड़ों में प्लास्टिक के बोरे में मिला था। इसके बाद पुलिस महकमा पूरी तरह हरकत में आ गया था। महिला के शव की पहचान कराने के लिए कई कवायद की गई। वहीं, समय बीता तो पुलिस भी इस घटना को भूल गई। हालत यह है कि पुलिस अभी तक मृतक महिला की शिनाख्त तक नहीं कर सकी है। कि वो कौन थी और कहां से आई थी।

ये थ्योरी भी फेल

दरअसल, एक युवक ने उस मृतक महिला को अपनी पत्‍‌नी होने का दावा किया था, लेकिन अब युवक की पत्‍‌नी भी आ गई है, लिहाजा पुलिस का ये एंगल भी फेल हो गया। ऐसे में डीएनए सैंपल का मामला भी धरा रह गया।

क्या था मामला

लिसाड़ी गेट के फातिमा गार्डन में एक महिला की प्लास्टिक के बोरे में 12 टुकड़ों में लाश मिली थी। फातिमा गार्डन कॉलोनी के पास स्थित श्मशान घाट के पास कुछ बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान बच्चों ने देखा कि कुछ कुत्ते खून से सनी प्लास्टिक की एक बोरी के साथ खींचतान कर रहे हैं। पुलिस ने बोरी खोलकर देखा तो सबके होश उड़ गए। बोरी के अंदर एक महिला की लाश के लगभग 12 टुकड़े भरे थे। पुलिस ने शव के टुकड़ों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

एक व्यक्ति ने किया दावा

बीती 27 अक्टूबर को श्याम नगर लिसाड़ी गेट निवासी युवक ने मृतका को अपनी पत्‍‌नी बताया था, लिहाजा पुलिस ने डीएनए सैंपल कराने की बात कही थी। हालांकि अब दो महीने बाद दावा करने वाले व्यक्ति की पत्‍‌नी वापस लौट आई तो डीएनए का क्लू भी फेल हो गया।

सीसीटीवी से मदद नहीं

जिस तरह से बीते दिनों अशरफ की हत्या का खुलासा सीसीटीवी से हुआ, ऐसे ही पुलिस को उम्मीद थी कि सिर कटी महिला की लाश की पहचान सीसीटीवी से होगी। लेकिन सीसीटीवी से पुलिस को कोई मदद नहीं मिली।

अब क्या है स्थिति

चार महीने बीत जाने के बावजूद पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।

पुलिस के डीएनए सैंपल वाले एंगल पर पानी फिर गया है।

अब पुलिस अपने मुखबिर तंत्र के जरिए मृतका का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, अभी तक पुलिस को कोई खास क्लू नहीं मिल सका है।

अब यह केस पुलिस के लिए पहेली बन चुका है।

अब क्या होगा

ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है कि अब वह इस घटना को कैसे खोलेगी या फिर यह केस भी फाइलों में दफन हो जाएगा।

जिस व्यक्ति ने अपनी पत्‍‌नी होने का दावा किया था, उसकी पत्‍‌नी वापस आ गई है। अब डीएनए सैंपल वाला बिंदु किसी काम का नहीं रहा। अब अन्य बिंदु और मुखबिर तंत्र को अलर्ट किया जाएगा।

प्रशांत कपिल, इंस्पेक्टर, लिसाड़ी गेट

Posted By: Inextlive