अच्छे रिसर्च पेपर के लिए प्रयास जरूरी
मेरठ ब्यूरो। मेरठ कॉलेज के डॉक्टर राम कुमार गुप्ता सभागार में शोध व विकास समिति तथा आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय में शोध विकास विषय पर नवनियुक्त शिक्षकों व शोध छात्रों के मध्य एक परिचर्चा आयोजित हुई। इसमें आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ। अर्चना ने एक्सपर्ट का स्वागत किया। परिचर्चा में रखे विचार आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ अर्चना ने महाविद्यालय की विभिन्न एक्टिविटी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के टीचर इस क्षेत्र की समस्याओं पर आधारित विशेष प्रोजेक्ट संचालित कर रहे हैं। परिचर्चा में वनस्पति विज्ञान विभाग के डॉ पंजाब सिंह मलिक ने यूजीसी केयर लिस्ट, स्कोपस, वेब ऑफ साइंस तथा एससीआई इंडेक्सड शोध पत्रिकाओं के लिए अच्छे शोध पत्र लिखे जाने पर जोर दिया। रिसर्च प्रोजेक्ट में शामिल होंगे छात्र
मुख्य अतिथि प्रोफेसर युद्धवीर सिंह ने बताया कि प्रत्येक शिक्षक व शोधार्थी द्वारा लिखा गया शोध पत्र कॉलेज के लिए योगदान होता है। उन्होंने कालेज के स्वर्णिम इतिहास पर प्रकाश डालते हुए भविष्य में भी इसके लिए उत्तम निर्माण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कॉलेज में रिसर्च इको-सिस्टम डेवलप कर कॉलेज के यूजी व पीजी छात्रों को को भी रिसर्च प्रोजेक्ट में शामिल करने के लिए कहा। कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया। शोध क्षेत्र में विकास के लिए कॉलेज से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।शिक्षकों को मिलेगी विभिन्न सुविधाएंप्राचार्य ने कॉलेज में शैक्षणिक और रिसर्च कैलेंडर डेवलप कर विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने के लिए कहा। अंत में शोध विकास समिति की समन्वयक प्रोफेसर मृदुला शर्मा ने बताया कि मेरठ कॉलेज में एनईपी के तहत बीए, बीएससी, बीकॉम के छात्रों को तृतीय वर्ष के पांचवें और छठे सेमेस्टर में रिसर्च प्रोजेक्ट कराने के लिए शिक्षकों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाने की मांग की। जिसमें एंटी प्लेगेरिज्म, एसपीएसएस आदि सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन की जरूरत को रेखांकित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के 70 से अधिक फेलोशिप प्राप्त कर रहे शोध छात्र, विभिन्न विभागों से नवनियुक्त शिक्षक, आइक्यूएसी और रिसर्च डेवलपमेंट सेल के सदस्य डॉ योगेश कुमार, डॉ अनुराग सिंह, डॉ हरगुन सहानी, डॉ पंकज भारती, डॉ पंकज बिष्ट, डॉ हरवीर चीमा, डॉ अरविंद कुमार, डॉ विक्रांत आदि उपस्थित रहे।