Meerut News : वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें, यही हादसे का कारण है
मेरठ (ब्यूरो)। सड़कों पर ट्रैफिक बहुत बढ़ गया है, जिसका सबसे ज्यादा संबंध जीवन रक्षा से है। बिना वाहन कोई चल नही रहा है। पुलिस को दूसरे रूप में आना पड़ रहा है। आज पुलिस यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने रखने के साथ ही लोगों को ट्रैफिक रूल्स समझा रही है। आज का पढ़ा- लिखा समाज ही गलती कर रहा है। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना सबसे खतरनाक है। यह बात यातयात के प्रभारी निरीक्षण विनय कुमार शाही ने कही। वे सरधना रोड स्थित महावीर विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत आयोजित वर्कशॉप संबोधित कर रहे थे।
ऐसा करने से बचें
उन्होंने कहाकि वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना हादसे को दावत देना है। इसलिए खुद भी इसे बचें और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकें। आप लोग यहां कार्यशाला में जो भी सीख रहे हैं। उसे अपने तक सीमित नहीं रखना है। अपने घरवालों को और जानने वालों को ये जानकारी जरूर दें।
सड़क हादसे में सबसे ज्यादा डेथ
यातायात इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सड़क हादसों में सबसे ज्यादा डेथ हो रहीं हैं। छोटी -छोटी असावधानियां इसका कारण है। आज हमने यहां लेक्चर दे दिया, इसका कोई फायदा नहीं यदि आप लोग बाहर निकल कर भूल गए। फायदा तब है जब हम यहां यातायात को लेकर बताई बातों को अपनाएं। इससे जीवन सुरक्षित भी होगा और सुखमय भी।
मशिका सोसाइटी के मुख्य प्रशिक्षक सुनील शर्मा ने छात्रों को हेलमेट पहनने और किस मानक का हेलमेट पहनना है यह जानकारी दी। सुनील शर्मा के साथ आए ट्रैफिक पुलिस के हरेंद्र चौधरी ने छात्रों को लाल, पीली और हरी बत्ती के के इशारे बताए। अंत में सुनील शर्मा ने छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई। शुरुआत में महावीर यूनिवर्सिटी की चेयरपर्सन शीतल कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया। मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को विधिवत शुरुआत की गई। कार्यक्रम में महावीर आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल का समस्त स्टाफ और छात्र उपस्थित रहे।