शहर की कॉलोनियों में जगह जगह लगा कूड़े का ढेर कम करने के लिए जीरो वेस्ट की नगर निगम की कवायद साल भर बाद भी अधूरी है।


मेरठ ब्यूरो। शहर की कॉलोनियों में जगह जगह लगा कूड़े का ढेर कम करने के लिए जीरो वेस्ट की नगर निगम की कवायद साल भर बाद भी अधूरी है। इसके लिए नगर निगम ने गत वर्ष विलोपित कूड़ा स्थल और जीरो वेस्ट कालोनियां बनाना शुरु किया गया था। लेकिन सालभर बाद भी यह कवायद अधूरी है। इसके तहत पहला प्रयोग शहर की डिफेंस कालोनी में किया गया था। जबकि बाकी कालोनियों में यह लागू नही हो सका है। वहीं विलोपित कूड़ा स्थल वापस गंदगी के ढेर में तब्दील होने लगे हैं। उम्मीद थी कि इनके सफल होने के बाद शहर की अन्य कालोनियों को जीरो वेस्ट बनाया जाएगा। जीरो वेस्ट टू लैंडफिल परियोजना
अब तक नगर निगम घरों और कालोनियों से उठने वाले कूड़े को लोहियानगर प्लांट में रिसाइकल कर रहा है। लेकिन इसके बाद भी शहर की कालोनियों से कूड़े का ढेर कम होने का नाम नही ले रहा है। ऐसे में अब कूड़ा निस्तारण और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए नगर निगम ने जीरो वेस्ट टू लैंडफिल परियोजना शुरु की थी। इस परियोजना का पहला प्रयोग डिफेंस कालोनी में कर कालोनी को जीरो वेस्ट कालोनी बनाया गया था। लेकिन बाकी कालोनियों में यह योजना अभी तक अधूरी है। इसके चलते कालोनियों में जगह जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है। कचरे से बन रहा कंपोस्ट इस योजना के तहत कूड़ा निस्तारण व पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए गत वर्ष इंदौर में प्रशिक्षित फोरम के चार सदस्यों की टीम ने कूड़ा अपशिष्ठ संग्रहण और निस्तारण व्यवस्था को बदल कर डिफेंस कालोनी में इस परियोजना को लागू कर ट्रॉयल किया था। इससे कालोनी का कूड़ा नगर निगम द्वारा डंप किए जाने के बजाए खुद कालोनी में ही रिसाइकल किया जा रहा है। इसके लिए सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाना था लेकिन अभी तक प्रशिक्षण नही हो सका है।

जीरो वेस्ट प्लांट पर कई जगह काम चल रहा है। जिन जगह पर लगातार कूड़ा डाला जा रहा था उनको साफ कराकर बेरिकेडिंग कराई जा रही है। विलोपित कूड़ा स्थलों पर गमले लगा दिए गए हैं। - डॉ। हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive