Meerut News : यहां योग से डरकर भाग रहे रोग
मेरठ (ब्यूरो)। जिले में योग एंड वेलनेस सेंटर स्वास्थ्य के लिहाज से लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। इन सेंटर्स से जुड़कर लोग बिना दवा खाए भी वर्षों पुरानी बीमारियों से निजात पा रहे हैं। जिले में योग के माध्यम से बीमारियों व अन्य शारीरिक समस्याओं से राहत के लिए प्यारे लाल जिला अस्पताल और सीएबी इंटर कॉलेज में योग एंड वेलनेेस सेंटर संचालित हो रहे हैैं। स्थिति यह है कि हर माह 1500 से 1800 हजार मरीज बीमारियों से निजात पाने के लिए इन सेंटर्स पर पहुंच रहे हैैं।
2017 में शुरुआत
गौरतलब है कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत 29 जुलाई 2017 को जिला अस्पताल के होम्योपैथी विभाग में योगाा एंड वेलनेस सेंटर शुरू किया गया था। सेंटर शुरू होने के एक साल बाद ही जुलाई 2018 को अनुबंध का नवीनीकरण न होने के कारण वेलनेस सेंटर कुछ समय के लिए बंद हो गया था। हालांकि कोरोना के समय में योगाा वेलनेस सेंटर को दोबारा शुरू कर दिया गया। कोरोना के दौरान योगाा ने तेजी से लोगों के बीच अपनी पकड़ बनाई और तभी से हर साल योगाा एंड वेलनेस सेंटर पर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
हर माह 1500 मरीज
योग एंड वेलनेस सेंटर में आयुष विभाग के चिकित्सक मरीजों को दवाओं के साथ-साथ योगा भी सजेस्ट कर रहे हैैं। इसका ही नतीजा है कि हर रोज 50 से 55 मरीज योगा के माध्यम से अपना उपचार कराने सेंटर पर पहुंच रहे हैं। आयुष विभाग के चिकित्सकों के अनुसार मरीज योग से आराम मिलने के बाद दवाएं लेना तक छोड़ रहे हैैं।
जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए योग एंड वेलनेस सेंटर की सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होती है। सेंटर का संचालन भी अस्पताल की ओपीडी टाइमिंग के मुताबिक होता है। महिला और युवा मरीज
जिला अस्पताल के योगा एंड वेलनेस सेंटर पर लगातार महिलाओं और युवाओं की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सकों के अनुसार सेंटर पर आने वाले अधिकतर मरीजों में अवसाद, मनोशारीरिक रोग, कमर दर्द, माइग्रेन जैसी समस्याएं प्रमुख रूप से देखने को मिल रही हैं। योगा में इनका बहुत अच्छा इलाज मौजूद है, जो दवाओं से ज्यादा कारगर साबित हो रहा है। इसलिए सेंटर पर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इन जगहों पर संचालित हो रहे योगाा एंड वेलनेस सेंटर
प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल
कैंट स्थित सीएबी इंटर कालेज
इन बीमारियों का हो रहा उपचार
मनोशारीरिक रोग
माइग्रेन
थायराइड
डायबटिज
महिला का कमर दर्द
सरवाइकल पेन
अवसाद
फोबिया
भुगंज आसन
शलभ आसन
ग्रीवा संचालन
अनुलोम विलोम
ब्रह्मïमरी
ओम का उच्चारण
ताड़ासन
पद्मासन
ध्यान आसन पश्चिम की भांति भारत में भी मनोशारीरिक (साइकोसोमेटिक)रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार 20 भारतीयों में एक अवसाद से पीडि़त है। ऐसे में योगाा एंड वेलनेस सेंटर में योग और ध्यान के जरिए न सिर्फ अवसाद बल्कि डायबिटीज, थायराइड, मोटापा, तनाव जैसी बीमारियों के प्रभाव को कम करने का प्रयास किया जाता है।
संजीव कुमार, प्रभारी, योगा एवं वेलनेस सेंटर जिला, अस्पताल