Meerut News : डिजिटल एक्टिविटी जरूरी है, पर सतर्कता उससे ज्यादा जरूरी
मेरठ (ब्यूरो)। पंजाब नैशनल बैंक की ओर से मेरठ स्थित बैंकों एवं बीमा कंपनियों के स्टाफ के लिए साइबर सुरक्षा पर एक संगोष्ठी हुई। इस दौरान पंजाब नेशनल बैंक, अंचल कार्यालय, वेद व्यासपुरी, मेरठ में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, मेरठ के तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी में साइबर खतरों के बारे में बताया। साथ ही उनसे बचाव की भी जानकारी दी।
आईटी एक्सपर्ट ने दी जानकारी
इस संगोष्ठी में विभिन्न बैंकों व बीमा कंपनियों के लगभग 50 कर्मियों को आईटी विशेषज्ञों ने पीपीटी के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी के विषय में विस्तार से बताया गया। इससे पूर्व अंचल प्रबंधक बलबीर सिंह, महाप्रबंधक ने संगोष्ठी का उदघाटन किया। उन्होंने कहाकि आज का युग डिजीटल युग है। डिजीटल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसके प्रयोग के साथ-साथ साइबर धोखाधड़ी में भी तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि स्टाफ और ग्राहकों को इन खतरों से सावधान करने के लिए आवश्यक है।
तुरंत सूचना दें
उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर सेल को टोल फ्री नंबर 1930 पर सूचित करना चाहिए।जितनी जल्दी हम धोखाधड़ी की रिपोर्ट करेंगे, हमारे पैसे वापस आने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी। पंजाब नैशनल बैंक साइबर सुरक्षा पर समय-समय पर एडवाइजरी जारी करता रहता है ताकि ग्राहक सावधान रहें और किसी धोखाधड़ी का शिकार न हो जाएं। सतर्क रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।
मंडल प्रमुख, उपमहाप्रबंधक मेरठ सुदर्शन रथ ने कहा कि हमें अपने खाते, क्रेडिट कार्ड, आधार, पैन कार्ड आदि की सूचना किसी के साथ शेयर नहीं करनी है और न ही किसी अनजान लिंक पर क्लिक करना है। एआई के आने से साइबर धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है तथापि इसके माध्यम से धोखाधड़ी का पता लगाना भी आसान हुआ है। हमें इसे समझदारी से प्रयोग करना है। कार्यक्रम का संचालन राजीव लोचन, मुख्य प्रबंधक-राजभाषा ने किया। इस अवसर पर अरविंद कुमार तिवारी, उपमहाप्रबंधक, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य सचिव मनोज मनोज कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक अमित बंसला, प्रबंधक-राजभाषा, दृष्टि शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक-आईटी, मंजीत साव, प्रबंधक-बैंक ऑफ बड़ौदा आदि उपस्थित रहे।