जहर खाकर एसएसपी ऑफिस पहुंचा युवक, मौत
मेडिकल के सराय काजी निवासी देवेंद्र ने सूदखोर से परेशान होकर खाया जहर
जहर खाकर पहुंचा एसएसपी ऑफिस, बताई आपबीती पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में कराया एडमिट। उपचार के दौरान तोड़ा दम Meerut। मेडिकल के सराय काजी के रहने वाले युवक ने सूदखोर से तंग आकर सल्फास खाकर मंगलवार को जान दे दी। युवक सल्फास खाकर एसएसपी ऑफिस पहुंचा और अधिकारियों को आपबीती बताते हुए जहर खाने की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत सरकारी गाड़ी में युवक को बैठाया और मेडिकल ले गए। जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस आरोपी सूदखोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है ताकि उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। यह है मामलामेडिकल थाना क्षेत्र के सराय काजी के रहने वाले देवेंद्र ने भावनपुर के रहने वाले एक सूदखोर से एक लाख रुपये ब्याज पर कुछ समय पहले लिए थे। इसकी एवज में देवेंद्र ने सूदखोर को ढाई लाख रूपये ब्याज समेत लौटा भी दिए थे। सूदखोर ने एक लाख की रकम को ब्याज लगाकर 14 लाख की बना दिया। यह रकम देने में पीडि़त असमर्थ है था, जिसके चलते आरोपी आए दिन देवेंद्र को धमकी देकर परेशान कर रहा था।
घर पर डाला ताला
सूदखोर मंगलवार को देवेंद्र के घर पहुंचा और घर पर ताला डालकर देवेंद्र को देख लेने की धमकी भी दी थी। परेशान देवेंद्र के पास जब कोई चारा नहीं बचा तो वह सल्फास खाकर मंगलवार को पुलिस ऑफिस पहुंच गया। उसने यहां सुनवाई कर रहे एसपी ट्रैफिक को बताया कि सूदखोर से परेशान होकर उसने सल्फास खा लिया है। ये सुनकर पुलिसकर्मियों से लेकर अधिकारियों तक के होश उड़ गए। आनन-फानन में पुलिस ने सीओ की गाड़ी में डालकर देवेंद्र को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
आत्महत्या के लिए उकसाने एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि देवेंद्र की शिकायत पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इंस्पेक्टर प्रमोद गौतम ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। जान से मारने की धमकीसूदखोर ने युवक को पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसके चलते देवेंद्र तनाव में आ गया था और उसने अपनी जान देने की ठान ली थी। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मेडिकल पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आरोपी के घर दबिश देकर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी ट्रैफिक, मेरठ