सीसीएसयू के ग्रीवांस सेल का बदला सिस्टम
मेरठ (ब्यूरो)। वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने बताया कि ग्रीवांस सेल के माध्यम से एक कमेटी बनाई गई है। अगर मामला कमेटी के पास जाता है तो उसमें चार दिन का समय लगेगा। प्रक्रिया में बदलाव स्टूडेंट्स के हित का ख्याल करते हुए किया गया है
नहीं हो रही थी सॉल्व समस्यादरअसल, बीते कुछ माह से सीसीएसयू के ग्रीवांस सेल में विभिन्न शिकायतों के हल न होने की जानकारी मिल रही थी। छात्रों ने वीसी और रजिस्ट्रार तक पहुंचकर अपनी अपनी समस्याएं बताई थीं। बताते हैं कि ऐसेे में करीब 100 छात्रों की शिकायतें आईं थी। इनमें कुछ मेल से और कुछ मौखिक थीं। छात्रों का कहना था कि ग्रीवांस सेल के माध्यम से महीनों तक शिकायतें सॉल्व नहीं हो रही थीं। इसलिए उन्हें परेशानी हो रही थी।
टोकन सिस्टम शुरू किया
इसी को ध्यान में रखते हुए वीसी ने यूनिवर्सिटी में टोकन सिस्टम व ग्रीवांस कमेटी को सुचारू रूप से संचालित किया है। अगर कोई ऑनलाइन टोकन लेता है तो उस छात्र की समस्या का सॉल्यूशन 24 घंटे में होगा। वहीं, अगर कमेटी के माध्यम से शिकायत आती है तो उसका निराकरण महज चार दिनों में पूरा करना होगा।
पहले 15 दिन लगते थे
इससे पहले की बात करें तो ग्रीवांस सेल के माध्यम से समस्या को 15 दिनों में हल करने का दावा किया जाता था। लेकिन शिकायतें महीनेभर में भी हल नही हो पाती थी। पहले समस्या को ऑनलाइन चेक कर कमेटी तक पहुंचाया जाता था और सॉल्यूशन हो जाया करता था। लेकिन अब प्रक्रिया को पूरी तरह बदल दिया गया है। वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने बताया कि ग्रीवांस सेल को मजबूती के साथ चलाया जाएगा, इसका प्रयास किया जा रहा है, स्टूडेंट्स के हित को देखते हुए यह बदलाव किए गए हैं।
शिखा यूनिवर्सिटी में समस्याओं को सॉल्व करने में बहुत समय लगाया जाता है। कभी-कभार तो महीनों लग जाते हैं, जिसमें सुधार होना जरूरी है।
श्रुति यूनिवर्सिटी में अगर टोकन सिस्टम लागू हो रहा है तो इससे फायदा होगा इसकी उम्मीद है, लेकिन जमीनी हकीकत पर अगर सेल काम करेगा तो ही ऐसा संभव है।
शिवानी कई बार सेल के माध्यम से शिकायत की है। पर सॉल्यूशन नहीं होता है हल करवाने के लिए महीनों चक्कर लगाने ही पड़ते हैं।
विशाल