सीसीएसयू से जुड़े स्टूडेंट्स की बहुत सारी परेशानियों में एक यह भी थी कि विवि का कोई ट्विटर अकाउंट ही नहीं था. ई-मेल और ऑफलाइन शिकायतें निस्तारित कम होती थी और पेंडिंग ज्यादा. एक छात्र ने जब यह पीड़ा सोशल मीडिया पर जाहिर की तो दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने विवि का ध्यान इस ओर खींचा.

मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू से जुड़े स्टूडेंट्स की बहुत सारी परेशानियों में एक यह भी थी कि विवि का कोई ट्विटर अकाउंट ही नहीं था। ई-मेल और ऑफलाइन शिकायतें निस्तारित कम होती थी और पेंडिंग ज्यादा। एक छात्र ने जब यह पीड़ा सोशल मीडिया पर जाहिर की तो दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने विवि का ध्यान इस ओर खींचा। दो दिन में ही इसका असर हुआ और विवि ने अपना ट्विटर अकाउंट खोल दिया। इससे स्टूडेंट्स बहुत खुश हैं, आईनेक्स्ट और विवि को थैंक्यू कह रहे हैं।

स्टूडेंट्स बोले थैंक्यू
दरअसल सीसीएसयू में किसी अधिकारी का ट्विटर अकाउंट नहीं है। यूनिवर्सिटी का भी कोई ऐसा अकाउंट नहीं था, जिस पर स्टूडेंट्स अपनी समस्या को रख सकते थे। एक स्टूडेंट ने जब इस समस्या को ट्विटर के माध्यम से उठाया तो दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इसे गंभीरता से लिया और प्रमुखता से छापा। जिसके बाद विवि ने सीसीएस यूनिवर्सिटी के नाम से ट्विटर अकाउंट बनाया है। हालांकि अभी 11 ही फॉलोअर्स हैं। धीरे-धीरे स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी होगी तो वह यहां अपनी समस्याएं रख सकते हैं। वहीं जब यूनिवर्सिटी द्वारा अकाउंट खोलने की जानकारी दी तो एक स्टूडेंट द्वारा फेसबुक पर खबर शेयर करते हुए इस मुद्दे को उठाने के लिए आईनेक्स्ट को धन्यवाद दिया।

कोट्स
ट्विटर पर हमने ट्वीट किया। उसके बाद अखबार द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया। अकाउंट बन गया है। जो बहुत ही सराहनीय है।
मो। शान

सोशल मीडिया पर अकाउंट न होने की बात को ट्वीट किया गया था। इस मुद्दे को प्राथमिकता से प्रकाशित करने पर यूनिवर्सिटी ने अकाउंट बनाया है। इससे स्टूडेंट्स को फायदा होगा।
विनित चपराना

अकांउट बन गया है। इस अकाउंट से अधिकारी कितना एक्टिव होंगे, ये देखना जरूरी है। अक्सर ऐसे अकाउंट बनाए जाते हैं पर काम नहीं होता।
सौरभ

ये बहुत ही सराहनीय काम हुआ है। मैनें तो इसको फेसबुक पर साझा किया है। इसके लिए मैं अखबार का थैंक्यू बोलना चाहता हूं।
अंकित अधाना

Posted By: Inextlive