सीसीएसयू में हॉस्टल और मेस शुल्क वापसी को लेकर स्टूडेंट्स ने ट्विटर पर राज्यपाल की शिकायत है।

मेरठ (ब्यूरो)। यूजीसी ने एक निर्देश जारी किया था, जिसके तहत कोरोना के चलते लॉकडान में बंद रहे हॉस्टल और मेस का शुल्क छात्र-छात्राओं को वापस करने का निर्देश सभी शैक्षिक संस्थानों को दिया गया था। मगर अभी तक सीसीएसयू ने स्टूडेंट्स का हॉस्टल और मैस का शुल्क वापस नहीं किया है। जिससे परेशान होकर स्टूडेंट्स ने ट्विटर पर राज्यपाल से इस बाबत शिकायत की है।

ये है मामला
दरअसल, यूनिवर्सिटी में एक ही बार में सालभर का हॉस्टल शुल्क लिया जाता है। ब्वॉयज के लिए हॉस्टल का शुल्क 33 हजार व गल्र्स के लिए ये शुल्क 30 हजार रुपए रखा गया है। ऐसे में करीब 1500 स्टूडेंट्स का सालभर का चार करोड़ रुपए बतौर हॉस्टल और मैस शुल्क यूनिवर्सिटी को वापस करना है।

आठ हॉस्टलों के स्टूडेंट्स
दुर्गा भाभी गल्र्स हॉस्टल
रानी लक्ष्मीबाई गल्र्स हॉस्टल
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ब्वॉयज हॉस्टल
डॉ। बीआर आंबेडकर ब्वॉयज हॉस्टल
डॉ। कैलाश प्रकाश ब्वॉयज हॉस्टल
डॉ। आरके सिंह ब्वॉॅयज हॉस्टल
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ब्वॉॅयज हॉस्टल
वीएस महाराना प्रताप ब्वॉॅयज हॉस्टल

मीटिंग में हुआ था तय
बीते दिनों इसको लेकर सीसीएसयू में वीसी की अध्यक्षता में एक मीटिंग का आयोजन भी किया गया था। जिसमें तय हुआ था यूजीसी के निर्देशानुसार लॉकडाउन के दौरान सभी स्टूडेंट्स का हॉस्टल और मेस शुल्क वापस किया जाएगा। मगर अभी तक ये शुल्क स्टूडेंट्स को वापस नहीं किया गया है।

ट्विटर पर की शिकायत
स्टूडेंट्स के हॉस्टल और मेस शुल्क वापस करने की मांग छात्रनेता अंकित अधाना और विनित चपराना ने राज्यपाल और सीसीएसयू से ट्विटर के जरिए की है। साथ ही यूनिवर्सिटी में इस मांग को लेकर वित्त नियंत्रक अधिकारी व रजिस्ट्रार और चीफ वार्डन को भी लिखित पत्र दिया गया है।

बनी थी कमेटी
स्टूडेंट्स के हॉस्टल और मैस शुल्क वापसी लेकर सीसीएसयू द्वारा एक कमेटी का गठन भी किया गया था। जिसमें चीफ वार्डन डॉ। रूप नारायण, वित्त नियंत्रक सुशील गुप्ता, प्रोवीसी प्रो। वाई विमला और रजिस्टार धीरेंद्र वर्मा को शमिल किया गया था।

हमारी हॉस्टल की फीस अभी तक वापस नहीं मिली है। इसके लिए हमने यूनिवर्सिटी में लेटर दिया है।
नेहा

हमने यूनिवर्सिटी में डिमांड की है कि हमारा हॉस्टल शुल्क वापस होना चाहिए, यूजीसी ने भी इसका निर्देश दिया था।
प्रिया

हॉस्टल और मैस शुल्क की वापसी को लेकर ट्विटर पर राज्यपाल से शिकायत की गई हैैं।
विशाल

यूजीसी के निर्देशों के बाद भी आज तक स्टूडेंट्स का हॉस्टल और मैस शुल्क वापस नहीं किया गया है।
दीपक

इस मुद्दे पर जल्द ही वित्त नियंत्रक के साथ ही अन्य सदस्यों की मीटिंग होनी है। इससे पहले इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
डॉ। रूप नारायण, चीफ वार्डन

Posted By: Inextlive