एनसीआर के जनपदों के बीच यूपी रोडवेज बसों का सफर अब टाइम टेकिंग नहीं बल्कि टाइम इज मनी की तर्ज पर तय होगा. इस सफर में समय के साथ ही यात्रियों को बसों की कमी और जाम की परेशानी से निजात भी मिलेगी.


मेरठ (ब्यूरो)। एनसीआर के जनपदों के बीच यूपी रोडवेज बसों का सफर अब टाइम टेकिंग नहीं बल्कि टाइम इज मनी की तर्ज पर तय होगा। इस सफर में समय के साथ ही यात्रियों को बसों की कमी और जाम की परेशानी से निजात भी मिलेगी। दरअसल, एनसीआर में शामिल राज्यों के बीच पारस्परिक सामान्य परिवहन करार हुआ है। जिसमें 84 ऐसे नए मार्गों का प्रस्ताव दिया गया है, जिन पर परमिट व मंजूरी लेकर निजी ऑपरेटर और राज्य परिवहन निगम की रोडवेज बसें चल सकेगी। इनमें मेरठ रीजन के बस स्टेशनों को भी एक दर्जन करीब रूटों पर शामिल किया गया है।

छोटे रूट से बचेगा समय
एनसीआर के दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जनपदों के बीच सफर में समय की बचत के साथ भीड़ का दबाव कम करने और प्रदूषण में कमी लाने के लिए जनपदों के बीच हुए परिवहन करार के तहत रोडवेज बसों के लिए नए रूट निर्धारित किए गए हैं। जो डायरेक्ट स्टेशन टू स्टेशन होंगे और छोटे होंगे। इस रूट प्लान के तहत हस्तिनापुर से दिल्ली जाने के लिए अब जरूरी नहीं कि मेरठ के अंदर से ही जाना हो। बस डॉयरेक्ट हस्तिनापुर से दिल्ली भी जा सकती है। इसी के तरह मेरठ से अलवर जाने के लिए दिल्ली या गाजियाबाद को भी बायकॉट किया जा सकता है। इससे ये फायदा होगा कि यात्रियों को अनावश्यक अन्य शहरों के जाम में नहीं फंसना पड़ेगा और समय बचेगा। हालांकि कई रूटों में लोड फैक्टर के हिसाब से प्रमुख शहरों में बसों के स्टॉपेज रहेंगे।

इन राज्यों के बीच हुआ परिवहन करार
दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान

यह होगा फायदा
इन योजना के तहत बसों का संचालन सबसे छोटे, सीधे और जाम मुक्त मार्गों पर किया जाएगा।
इस रूट पर बस चालक न सवारियों को चढ़ाएंगे और न ही उतारेंगे।
कम समय में सफर पूरा होगा, जाम, प्रदूषण की समस्या से निजात मिलेगी।
अधिक लोड फैक्टर वाले रूट के प्रमुख शहरों में ही बस रुकेंगी।

फैक्ट्स
यूपी से हरियाणा के बीच 16 और राजस्थान से यूपी के बीच 7 रूट प्रस्तावित किए गए हैं।
राज्य के लिए परमिट और किलोमीटर की अवधि भी निर्धारित की गई है।
यह करार 10 वर्ष के लिए मान्य होगा है, जिसे आपसी सहमति के बाद पांच वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकेगा।

करार में मेरठ रीजन के रूट भी शामिल
रूट परमिट
- भिवाड़ी- गढ़- हापुड़ -वाया दिल्ली 1
- गढ़- दिल्ली 1
- सोनीपत-बड़ौत 5
- मेरठ-शामली-बिड़ौली-करनाल 5
- मेरठ-बागपत-सोनीपत 4
- बुलंदशहर-सोनीपत वाया मेरठ-बागपत 2
- बुलंदशहर-करनाल वाया मेरठ-शामली- बिड़ौली 2
- मेरठ-अलवर वाया दिल्ली-गुरूग्राम 4
- बिनौली-बड़ौत-कश्मीरी गेट-अलवर 4
- बड़ौत-अलवर वाया गुरूग्राम 6
- खैरथल-हस्तिनापुर वाया दिल्ली-मेरठ 2

वर्जन
इन रूटों पर पहले से भी हमारी बसें संचालित हैं। बस अब एनसीआर की प्लानिंग के हिसाब से बसों के रूट बदले जा रहे हैं। हालांकि पुराने रूट पर भी बस संचालित होती रहेंगी।
केके शर्मा, आरएम, रोडवेज

Posted By: Inextlive