बरसात से पहले निगम को याद आई नालों की सफाई
रविवार को उठाई गई नालों की सिल्ट और साफ हुए नाले
Meerut। कोरोना संक्रमण के दौरान पिछले तीन माह से निगम का पूरा ध्यान के शहर की सेनेटाइजेशन व्यवस्था पर रहा। ऐसे में शहर में हॉट स्पॉट से लेकर कंटेनमेंट जोन तक सेनेटाइजेशन तो हुआ लेकिन साफ सफाई नही हो सकी इस कारण से शहर में जगह जगह गंदगी का ढेर लगा गया और नाले नालियां गंदगी से अट गई। अब बरसात से पहले नगर निगम एक बार फिर सफाई की याद आ गई है। इसको देखते हुए रविवार को भी शहर में नालों की सफाई का काम जारी रहा। नालों की सिल्ट को तुरंत हटाने के लिए सुपरवाइजरों को अपने वार्ड में निरीक्षण और सिल्ट उठाने का काम दिया गया। इसके तहत जगह जगह सिल्ट की सफाई की गई। सिल्ट उठाने में जुटी टीमबरसात को देखते हुए नगर निगम द्वारा पूरे शहर में तेजी से सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसमें विशेष तौर पर नालों की सफाई पर निगम का ध्यान केंद्रित है। इसके तहत नाला सफाई, सिल्ट उठान, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, खत्तो से कूड़ा उठान, नालियों की सफाई, सड़कों और गलियों में झाड़ू लगाने का काम कराया जा रहा है। अभियान के तहत कंट्रोल रूम पर आ रही साफ सफाई की शिकायतों को प्राथमिकता के स्तर पर निस्तारित किया गया। इसके अलावा सभी वार्डो में सुपरवाइजरों और सफाई नायकों को अपने अपने क्षेत्र में नालों की सिल्ट तुरंत उठवाने की खास जिम्मेदारी दी गई है।
बाधा बन रही सिल्ट लगातार डेढ माह से शहर की साफ सफाई अधर में होने के कारण शहर के नाले गंदगी से अटे हुए हैं। ऐसे में नालों की सफाई निगम के लिए परेशानी बन गई है। नालों से सिल्ट निकालकर दोबारा से सड़क पर ढेर लगाया जा रहा है। ऐसे में एक बार फिर शहर के लोगों को गंदगी से रूबरु होना पड़ रहा है। हालांकि निगम तेजी से नालों की गंदगी के साथ सिल्ट भी उठा रहा है लेकिन एक पूरी टीम केवल नालों की सफाई में लगा दी गई है। अभियान के तहत रविवार को सभी वार्डो के सुपरवाइजर अपने अपने क्षेत्र में विजिट कर सिल्ट उठवाने में जुटे रहे। बरसात को देखते हुए नालों की सफाई का अभियान तेज कर दिया गया है। अधिकतर नाले साफ हो चुके हैं केवल कुछ जगह सिल्ट की शिकायतें मिल रही थी जिसके लिए सुपरवाइजरों को निर्देश दे दिए गए हैं। डा गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी