दूसरे दिन भी एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल जारी
मरीज रहे हलकान, 14 एंबुलेंस रखी गई हड़ताल से बाहर
शासन के निर्देशों पर प्रशासन ने एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष पर की एफआईआर दर्ज Meerut। छह सूत्रीय मांगों को लेकर सरकारी एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही, जिससे मरीज परेशान रहे। वहीं शासन के निर्देशों पर प्रशासन द्वारा एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष पर एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई। जिसके बाद एंबुलेंस कर्मियों ने देर रात धरना स्थल बदल लिया। जिला अध्यक्ष अर्जुन शर्मा ने बताया कि पहले मेडिकल कॉलेज में धरना दिया जा रहा था लेकिन इसे बदलकर सिवाया टोल प्लाजा कर दिया गया है। मरीज रहे परेशानजिले में सरकारी एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी मरीज हलकान रहे। खासतौर से गर्भवतियों और गंभीर मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। स्थिति ये रही की मरीजों को ई-रिक्शा व प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ा। जिले भर में सबसे ज्यादा परेशानी देहाती इलाकों से आने वाले मरीजों को झेलनी पड़ी। दूर-दराज से अधिकतर मरीज इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंच पाए।
14 एंबुलेंस चलाई गईजिले में मंगलवार को 14 एंबुलेंस को हड़ताल से बाहर रखा गया। सीएमओ की ओर से कुल 20 एंबुलेंस की मांग की गई थी लेकिन इस दौरान मंगलवार कुल 14 एंबुलेस ही संचालित की गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्जुन शर्मा ने बताया कि इमरजेंसी के लिए कुछ एंबुलेंस को हड़ताल से बाहर रखा गया है ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
नहीं मानी बात एडीएम सिटी, एसपी सिटी और सीएमओ ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कक्ष में जाकर कर्मियों से बातचीत कर हड़ताल खत्म करने के लिए समझाने की भी कोशिश की। मगर कर्मियों ने हड़ताल खत्म करने से मना कर दिया। जिला अध्यक्ष अर्जुन ने बताया सिवाया टोल प्लाजा पर 150 कर्मचारी 24 घंटे धरना स्थल पर बैठे रहेंगे। फैक्ट फाइल डायल 102 एंबुलेंस - 38 डायल 108 एंबुलेंस- 37 एलएसए- 4 79 - कुल सरकारी एंबुलेंस हैं। 108 डायल की 13 एंबुलेंस वर्किंग रही। इनका है कहना प्रदेश स्तर पर एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल जारी है। जो भी निर्णय होगा प्रदेश स्तर से होगा। फिलहाल हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए जारी है। अर्जुन शर्मा, जिला अध्यक्ष एंबुलेंस कर्मियों को समझाने का प्रयास किया गया है लेकिन बातचीत से कोई हल नहीं निकला है। हमने जिले के लिए एंबुलेंस की संख्या बढ़वाई है ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो। डॉ। अखिलेश मोहन, सीएमओ, मेरठ