मेरठ में घरों के ऊपर से हाइटेंशन लाइन गुजर रही है
मेरठ (ब्यूरो)। आपने घरों की छतों के ऊपर से अक्सर हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर गुजरते देखे होंगे, मगर गढ़ रोड पर बसी कई कालोनियां ऐसी हैैं, जहां 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन घरों के ऊपर से गुजर रही है। जो कभी भी हादसे का सबब बन सकती है। स्थानीय निवासियों ने कई बार बिजली विभाग में इस बाबत शिकायत भी की। बावजूद इसके समस्या का कोई हल नहीं निकला। उल्टा विजली विभाग ने ऐसी कालोनियों को अवैध घोषित कर दिया है। जबकि सभी घरों में बिजली विभाग ने कनेक्शन दिया हुआ है।
70 हजार मकानों पर खतरा
गढ़ रोड पर स्थित शिव शक्ति नगर, भोपाल विहार, संगम विहार, अंबेडकर नगर, राज नगर आदि इलाकों में करीब 70 हजार घर हैैं। वहीं हापुड़ रोड की तरफ से जागृति विहार एक्सटेंशन होते हुए गढ़ रोड से काली नदी तक 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन इन्हीं कॉलोनियों के बीच से होकर गुजर रही है।
एचटी के नीचे एलटी लाइन
बात यहीं खत्म नहीं होतीहाइटेंशन लाइन में बिजली दौडऩे की आवाज का शोर भी आसपास के घरों में सुनाई देता है। इसके अलावा कई स्थानों पर 11 हजार वोल्ट के तार भी मकानों से बिल्कुल सट कर गुजर रह हैं। और तो और एचटी लाइन के नीचे ही घरेलू बिजली सप्लाई के लकडिय़ों के बल्लियों पर बिजली के तारों के जाल बने हुए हैं। खास तौर पर अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में ये जाल बुरी तरह फैले हैं। एचटी लाइन के कारण कई बार स्पार्किंग तक हो जाती है। बरसात या तेज आंधियों के दौरान इन बिजली के तारों के जाल में स्पार्किंग से लेकर तार टूटने तक की घटनाएं हो जाती है। इतना ही नहीं, यहां कई मोहल्लों और गलियों में घरेलू बिजली सप्लाई की ढीले पड़े तार और इनके जाल भी लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं।
इन कालोनियों की मेन रोड पर एचटी लाइन के टावर भी लगे हुए हैं। इन हाइटेंशन लाइन के टावर्स के नीचे लोगों ने लकड़ी के अस्थाई खोखे खड़े कर लिए हैैं। यह खोके दिनभर लोगों से गुलजार रहते हैैं। बिजली विभाग कर्मचारियों को या तो यह खोखे दिखाई नहीं देते या फिर वो किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैैं।
कनेक्शन किसने दे दिए
इस क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन के टावर्स के नीचे बने घरों को बिजली विभाग अवैध बताकर अपना पल्ला झाड़ देता है लेकिन इन घरों मे ंबिजली कनेक्शन दे रखा है। विभाग का कहना है कि लोगों को कभी भी हाईटेंशन लाइन के नीचे मकान नहीं बनाने चाहिए। हाईटेंशन में इतनी पावर होती है कि बारिश के दौरान आसमान से बिजली चमकती है तो लाइन में पावर बढ़ जाती है।
विजय बहादुर, एससी सिटी