दो पालियों में हुआ एम्स का एंटेंस एग्जाम
- मेरठ में पहली बार बनाए गए थे इस एग्जाम के लिए सेंटर
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के एंट्रेस एग्जाम के लिए हर साल 672 स्टूडेंट का होता है चयन - बायो का पार्ट रहा आउट ऑफ सिलेबस Meerut : सोमवार को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की एंट्रेंस के लिए मेरठ में पहली बार सेंटर बनाए गए। मेरठ में यह एग्जाम चार सेंटर पर हुआ। एग्जाम में केमिस्ट्री पार्ट थोड़ा टफ रहा, वहीं बायो का काफी पार्ट आउट ऑफ सिलेबस रहा। एग्जाम में एक-एक नंबर के दो सौ क्वेश्चन आए थे। एग्जाम देने के बाद परीक्षार्थियों ने पेपर को टफ बताया। दो पालियों में हुआ था एग्जाममेरठ में यह एग्जाम एमआईईटी एंड एमआईटी, बीआईटी, आईआईएमटी गंगानगर और सीईआरटी चार सेंटर पर हुआ था। दो पालियों में हुए इस एग्जाम में पहली पाली सुबह 9 बजे से क्ख्:फ्0 बजे तक थी। दूसरी पाली दोपहर फ् बजे से शाम म्:फ्0 बजे तक रहीं। पहली पाली में लगभग ढाई हजार और दूसरी पाली में लगभग दो हजार ने परीक्षार्थी शामिल हुए थे।
ऑनलाइन हुआ था पहली बार एग्जामएग्जाम में यह खासियत थी कि इसबार एग्जाम पहली बार ऑनलाइन हुआ था। इससे पहले यह एग्जाम कभी ऑनलाइन नहीं हुआ है। इसलिए परीक्षार्थियों को एग्जाम देने में शीट परफॉर्मा भरने में ज्यादा दिक्कत नहीं आई। परीक्षार्थियों ने बताया कि उनको रफ वर्क के लिए न तो ऑनलाइन न ही रफ पेपर कुछ भी नहीं दिया गया था। जिसके चलते उन्हें अपने एडमिट कार्ड के पीछे ही रफ वर्क करना पड़ा था।
बायो रही आउट ऑफ सिलेबस पेपर टोटल दो सौ नंबर का था। जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी के हर सब्जेक्ट के ब्भ् क्वेचन आए थे। बाकी के ख्0 जीके के क्वेचन आए थे। इनमें तीन गलत क्वेश्चन पर एक नंबर की नेगेटिव मार्किंग थी। एक मार्क्स का एक क्वेश्चन रखा गया था। मुजफ्फरनगर से आई आरती ने बताया कि उसने बताया कि बायो के क्वेश्चन काफी सारे आउट ऑफ सिलेबस आए थे। मेरठ के अमन ने बताया कि बायो में काफी हाई लेवल के क्वेचन आए थे जो किसी भी बुक में नहीं पढ़े और न ही देखे है। मेरठ की नविता शर्मा ने बताया कि केमिस्ट्री पार्ट में इन ऑर्गेनिक ज्यादा ही आया था। इसलिए केमिस्ट्री और बायो दोनों ही टफ थी। क्या कहते हैं एक्सपर्टएग्जाम में बायो के कुछ क्वेश्चन आउट ऑफ सिलेबस आया है और केमिस्ट्री पार्ट के कुछ क्वेश्चन हार्ड आए है। बाकी पेपर ठीक आया है।
समीर, फॉर्मूला सॉल्यूशन सेंटर पहली बार यह एग्जाम ऑनलाइन हुआ है। मेरठ के लिए यह खास बात रहीं है कि एग्जाम के लिए मेरठ में पहली बार सेंटर बनाए गए हैं। पेपर टोटल दो सौ नंबर का आया था। जिसमें स्टूडेंट बायो के कुछ क्वेश्चन आउट ऑफ सलेबस बता रहे हैं। विजय अरोड़ा, द्रोणाचार्य इंस्टीट्यूट