मैं की भावना को त्यागकर हम को अपनाएं : प्रो. पांडेय
मेरठ (ब्यूरो)। मेरठ कॉलेज में छात्र कल्याण परिषद की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान मूट कोर्ट में रिजॉल्व 75 विषय पर संगोष्ठी हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीसीएसयू के राजनीतिक विभाग के प्रो। राजेंद्र पांडेय ने कहा कि हम सभी को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उसके संकल्पों को पूरा करने के लिए आगे आना होगा।
उत्कृष्टता के सभी दौर जिएराजनीति के विचारक प्रो पांडेय ने कहा कि भारत देश ने पराभव, उन्नति एवं उत्कृष्टता के सभी दौर जिए हैं। इसके बाद ही हम मौजूदा मुकाम पर पहुंचे हैं। हालांकि, अभी कई संकल्पों को पूरा करने के लिए अथक प्रयासों की जरूरत है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को मैं की भावना का त्याग कर हम को अपनाना होगा। हीनता छोड़कर समानता के भाव को अंगीकार करना होगा।
हर व्यक्ति पर है जिम्मेदारी
इसके बाद अधिष्ठाता प्रो। सीमा पंवार के कहा कि देश और समाज की उन्नति का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति पर है। इसलिए सभी को जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए। मुख्य नियंता प्रो। वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जीवन में अनुशासन का विशेष महत्व है। इसकी नींव छात्र जीवन में ही पड़ जाती है। इसलिए इसे संकल्प के रूप में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाना चाहिए, मैं को बिल्कुल भी अपने कार्यो के व जीवन के बीच नहीं आने देना चाहिए। हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सदैव तत्पर रहना होगा।
अंत में सभी ने आजादी के अमृत महोत्सव में अपने महत्वपूर्ण योगदान देश के प्रति देने के लिए संकल्प लिया। इस अवसर पर आईक्यूएसी समन्वयक प्रो। अर्चना सिंह, प्रो। हेमंत पांडेय, प्रो। आनंदवीर सिंधु, प्रो। नीरज कुमार, प्रो। पीएस नेगी, प्रो। एमएम गुप्ता, प्रो। मनोज सिवाच, प्रो। अमृत लाल, प्रो। निशा मनीष, प्रो। शालिनी त्यागी, प्रो। अनिल राठी, डॉ। अशोक कुमार शर्मा, डॉ। सुधीर मलिक, डॉ। कल्पना मित्तल, डॉ। मोनिका शर्मा, डॉ। विनय आर्य, डॉ। कविता सिरोही, प्रो। ललित कुमार आदि समेत छात्र छात्राएं मौजूद रहे।