पहले दिन 10वीं व 12वीं के 6858 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
मेरठ (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड की दसवीं व 12वीं की परीक्षा पहले दिन गुरुवार को दो पालियों में आयोजित हुई। इस दौरान अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर स्टूडेंट्स चप्पल में ही दिखाई दिए। मौके पर परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें पहले ही निर्देश दे दिया गया था कि वह चप्पलों में आएंगे। कुछ केंद्रों पर जहां परीक्षार्थी जूतों में आए वहां पर उनके जूते उतरवाकर चेकिंग की गई। कड़ी निगरानी के बीच यूपी बोर्ड की परीक्षा का पहला दिन गुजरा। परीक्षा आसान होने के चलते परीक्षार्थियों के चेहरे खिल उठे। पहले दिन दोनों पालियों में 10वीं व 12वीं के 6858 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
बोतल किट को दी अनुमति
कोविडकाल के चलते दो सालों के बाद यूपी बोर्ड परीक्षा में एग्जाम के पहले दिन दोनों ही मीटिंग में जबदस्त चेकिंग हुई। यही नहीं कोविड के नियमों को देखते हुए मास्क के बिना केंद्रों पर प्रवेश तक नहीं दिया गया। वहीं, केंद्रों पर परीक्षार्थियों की बेल्ट जूते मोजे भी उतरवाए गए, साथ ही ट्रांसपेरेंट पानी की बोतल और स्टेशनरी किट को ही अनुमति दी गई। परीक्षा की पहली पाली में 40502 परीक्षार्थियों ने रजिस्टे्रशन किया था। दसवीं के एग्जाम में पहले दिन 36978 ही उपस्थित रहे और 3524 अनुपस्थित रहे। वहीं, सुबह की पाली में इंटर का सैन्य विज्ञान का पेपर था। जिसमें 46 ने रजिस्टे्रशन किया। इनमें से 44 अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली इंटर की हिंदी की परीक्षा में 35906 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 33348 उपस्थित रहे। जबकि 2553 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
स्टूडेंट्स द्वारा परीक्षा बहुत ही सरल बताई गई, स्टूडेंट्स के अनुसार हिंदी का पेपर आसान रहा। पेपर में स्वच्छता अभियान पर निबंध आया। हालांकि कुछ परीक्षार्थियों ने पेपर को कठिन बताया तो कुछ ने सरल। लेकिन, अधिकतर ने आसान ही बताया। बताया कि सारा पेपर सिलेबस से ही आया था कुछ भी आउट ऑफ सिलेबस नहीं रहा। कैमरों से हुई निगरानी
यूपी बोर्ड परीक्षा में डीआईओएस कार्यालय में बने कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी हर केंद्रों पर पैनी नजर रही। डीआईओएस गिरजेश कुमार चौधरी ने बताया की कंट्रोल रूम में 10 कैमरे लगाए गए हैं और 108 केंद्रों पर 225 डीवीआर हैं। हर केंद्र पर कंट्रोल रूम से पैनी नजर रखी गई है। पेपर शुरू होने से लेकर कॉपी सील होने तक रिकॉर्डिंग चलती रही। इसके अलावा छह सचल दस्ते अलग से भी बनाए गए हैं जो कि पूरे टाइम केंद्रों पर विजिट पर रहे।