सीसीएसयू में स्टूडेंट्स ने विभिन्न समस्याओं को लेकर वीसी कार्यालय पर किया प्रदर्शन।

मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में मंगलवार को स्टूडेंट्स ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर वीसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। छात्र नेता अंकित अधाना व विनित चपराना के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया। स्टूडेंट्स का कहना था कि एनईपी मे फस्र्ट और सेकेंड सेमेस्टर मे प्रमोट नहीं होने वाले और रिजल्ट की उम्मीद में तीसरे सेमेस्टर मे प्रवेश लेने वाले छात्रों को उनकी फीस वापस नहीं की जा रही है। जबकि विवि ने नवंबर माह मे परीक्षा समिति की बैठक मे प्रवेश के लिए नियमावली जारी कर दी थी। जिसमें ऐसे छात्रों के रिजल्ट न आने की दशा मे अगले सेमेस्टर या वर्ष में औपबंधिक प्रवेश देने व फेल होने पर तीन सौ रुपए काटकर फीस वापसी का प्रावधान किया था। अब कॉलेज ऐसे किसी आदेश न होने की बात कहकर छात्रों को फीस वापस नहीं कर रहे है। ये सरासर धोखा है।

शुल्क लेने का नियम नहीं
इस अवसर पर स्टूडेंट्स ने कहा कि एनईपी मे प्रथम सेमेस्टर का कॉलेजों मे बैक फार्म जमा करते समय कॉलेजों मे छात्रों से शुल्क लिया जा रहा है। एनईपी मे बड़ी संख्या मे बैक आने से छात्रों पर वित्तीय भार पहले से ही है। फिर ऐसे मे रेगुलर छात्र के लिए किसी तरह का शुल्क लिए जाने का नियम भी नहीं है, इसे बंद कराया जाए।

कॉलेज नहीं दे रहे जानकारी
इसके अलावा एनईपी के अंतर्गत पढ़ाई कर रहे छात्रों को कॉलेज एनईपी के नियमों की जानकारी देने के बजाए यूनिवर्सिटी भेज रहे हैं। जिससे छात्रों की पढ़ाई और समय दोनों खराब हो रहा हैं। कॉलेजों में ही स्टूडेंट्स को पूरी जानकारी दी जाए इसके लिए कॉलेजों को सीसीएसयू की ओर से जागरूक किया जाए।

हेल्प डेस्क बनाई जाए
इसके अलावा स्टूडेंट्स ने कहा कि एनईपी मे परीक्षा फार्म भरने में छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है, इसके लिए यूनिवर्सिटी में एक हेल्प डेस्क बनाई जाए।

रिजल्ट अपडेट का मौैका मिले
इसके अलावा स्टूडेंट्स ने कहा कि एनईपी मे रिजल्ट में देरी की वजह से छात्रों का छात्रवृत्ति के आवेदन मे रिजल्ट अपडेट नहीं हो सका। छात्रों को रिजल्ट अपडेट के लिए मौका मिले, इसके लिए शासन को पत्र लिखा जाए। एनईपी मे प्रथम सेमेस्टर के बैक परीक्षा के फार्म भरने के बाद पोर्टल पर फीस का विकल्प नहीं है, जिससे छात्रों को असुविधा हो रही है इसे ठीक कराया जाए।

कॉलेजों की मान्यता रद हो
बीएड के लिए जरूरी न्यूनतम प्रतिशत न रखने वाले छात्रों के प्रवेश कॉलेजों ने लिए हैं, जिसमें अब यूनिवर्सिटी ने सैकड़ों छात्रों के परीक्षा फार्म ओर रिजल्ट रिजेक्ट कर दिए हैं। छात्रों को गुमराह कर प्रवेश देने वाले ऐसे सभी कॉलेजों की मान्यता रद की जाए। इस अवसर पर पूर्व महामंत्री छात्रसंघ अंकित अधाना, शान मोहम्मद, वंशिका मोहन, शाहरयांब चौधरी, आरफीन चौहान, अंजीम प्रधान, अजीत जाटव और जैद आदि छात्र मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive