'अपने पापों को जीवन में कभी छिपाएं नहीं'
- भैसाली मैदान में चल रही रामकथा के चौथे दिन अहिल्या श्राप की कथा सुनाई
- कथा व्यास अतुल कृष्ण महाराज ने प्रभु राम की बाल लीलाओं की कथा सुनाकर भाव विभोर किया Meerut । भैंसाली ग्राउंड में चल रही रामकथा केचौथे दिन अतुल कृष्ण महाराज ने भगवान राम की बाल लीलाओं की कथा सुनाई। साथ ही उन्होंने अहिल्या श्राप और अहिल्या उद्धार की भक्तिमय कथा सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। ठुमक चलत रामचंद्र उन्होंने बताया कि प्रभु राम की बाल लीलाओं से राजा दशरथ और माता कौशल्या आनंदित होते हैं। माता कौशल्या द्वारा धूल धूसरित प्रभु को उठाकर दशरथ की गोद में बैठाने का सुंदर चित्रण भी किया गया। नाम का महत्व बतायाकथा व्यास अतुल कृष्ण महाराज ने नामकरण का महत्व बताया। उन्होंने कहाकि नाम ही मनुष्य का भाग्य भविष्य तय करता है। प्रभु श्री राम का नाम लेने मात्र से ही मनुष्य धन्य हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में जो बुराइयां व्याप्त हैं, उनका कारण शिक्षा का अभाव भी है।
पाप को छिपाएं नहींपुरुष या नारी को अपने पाप को छुपाना नहीं चाहिए। उससे संत,गुरुजन, श्रेष्ठ जन के सामने व्यक्त करना चाहिए, अगर कहीं क्षमा याचना नहीं कर सकते तो अपने इष्ट देव मंदिर में पूजा स्थल पर भगवान के सामने क्षमा मांगने का अहसास करना चाहिए। क्योंकि पाप छिपाने से बढ़ता है वह पुण्य बताने से घटता है।
ये रहे मौजूद कथा के दौरान संघ परिवार से धर्म जागरण समन्वय के क्षेत्रीय प्रमुख ईश्वर दयाल दर्शन लाल अरोड़ा, अरुण जिंदल, संजय त्रिपाठी, ललित नागदेव प्रदीप कुमार,बृजपाल, पंकज कतीरा,अनिल कुमार गर्ग मनोज वर्मा मंजू गोयल, दलजीत सिंह, कमल दत्त शर्मा, गजेंद्र शर्मा,मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, शशांक शर्मा, अरविंद मारवाड़ी राजीव गोयल आदि उपस्थित रहे।