- अंतराष्ट्रीय संस्था हिंदी साहित्य भारती की ओर से आयोजित हुई ऑनलाइन गोष्ठी


मेरठ ब्यूरो। अंतराष्ट्रीय संस्था हिंदी साहित्य भारती की ओर से हिंदी दिवस के मौके पर ऑनलाइन गोष्ठी हुई। पहले सत्र में विशुद्ध वर्तनी के पतन पर काव्य गोष्ठी हुई। सबसे पहले सरस्वती वंदना वरिष्ठ साहित्यकार व अवकाश प्राप्त डीएसपी कामेश्वर कुमार कमेश ने की। मुख्य वक्ता के रूप में गाजियाबाद से जुड़े वरिष्ठ शिक्षाविद व रचनाकार सुरेन्द्र वत्स ने हिन्दी में विशुद्ध वर्तनी के महत्व को परिपूर्ण समझाया। उन्होंने हिंदी भाषा की वर्तनी में होने वाली गलतियों के बारे में बताया। कार्यक्रम की अध्यक्ष आशा त्यागी ने की। हिन्दी भाषा के लिए समर्पित होकर यह पढ़ा। बड़ी मीठी बड़ी प्यारी हमारी जान है हिंदी। हमारी पहचान है हिंदी
सुषमा सवेरा ने मां पर एक सुंदर रचना पढ़ी। मां की बिंदिया है हिंदी, मां की भाषा है हिंदी। कार्यक्रम का संचालन प्रतिभा त्रिपाठी ने किया। वरिष्ठ साहित्यकार व इकाई के मार्गदर्शक रामगोपाल भारतीय ने अखबार के समसामयिक परिदृश्य पर एक भावपूर्ण गीत सुनाया। इस दौरान शालिनी शर्मा ,संगीता ,सरोज दुबे, मुक्ता शर्मा व वरिष्ठ कवयित्री राजकुमारी उपस्थित रहीं।

Posted By: Inextlive