'फिल्में संदेश देने का सशक्त माध्यम है फिल्मकार'
मेरठ (ब्यूरो)। आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मीडिया, फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज में 'लघु फिल्में और वृत्तचित्र निर्माण' पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बतौर विशेषज्ञ, फिल्म निर्माता और निर्देशक अखिलेश वर्मा ने विद्यार्थियों को लघु फिल्में और वृत्तचित्रों को तैयार करने की कला में व्यावहारिक ज्ञान और अंतर्दृष्टि देने का सफल प्रयास किया। अखिलेश वर्मा ने लघु फिल्म और वृत्तचित्र निर्माण के क्षेत्र में अपने विशाल अनुभव और ज्ञान को साझा करके कार्यशाला को उपयोगी बना दिया। उन्होंने कहानी कहने की तकनीक, स्क्रिप्ट विकास, प्री-प्रोडक्शन योजना, सिनेमेटोग्राफी और संपादन तकनीकों का कुशल उपयोग और ध्वनि डिजाइन के महत्व सहित विभिन्न पहलुओं को छुआ। इसके अलावा, उन्होंने निर्माण प्रक्रिया के दौरान फिल्म निर्माताओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला और उनका सामना करने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दिए।
इंटरैक्टिव सत्रों के महत्व पर जोर दिया
कार्यशाला में इंटरैक्टिव सत्र के दौरान विद्यार्थियों ने प्रश्न भी पूछे। अखिलेश की प्रतिक्रियाएं ज्ञानवर्धक थीं और प्रतिभागियों की विषय वस्तु की समझ को बढ़ाया। डीन डॉ। रविंद्र प्रताप राणा ने प्रतिभागियों के साथ अपनी बहुमूल्य विशेषज्ञता साझा करने के लिए अखिलेश वर्मा का आभार व्यक्त किया और छात्रों के समग्र विकास के लिए ऐसे इंटरएक्टिव सत्रों के महत्व पर जोर दिया। प्रो। संजीब कुमार मिश्र ने कार्यशाला का सफल संचालन करते हुए गतिविधियों के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित किया और पूरे कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट्स को बांधे रखा। कार्यशाला के अंत में विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने ज्ञानवर्धक सत्र के लिए अखिलेश वर्मा का आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला में सीनियर प्रो। डॉ। नरेंद्र कुमार मिश्र, सचिन गोस्वामी, डॉ। पृथ्वी सेंगर, अरकिन चावला, अमित राय, विभोर गौड़, चंद्रमोहन मिश्र, मुकेश कुमार और मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा समेत विभाग के सभी उपस्थित रहे।