जागरुक नागरिक एसोसिएशन की कोर कमेटी की ओर से शास्त्रीनगर में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें त्योहारी सीजन पर बढ़ती पॉलीथीन व प्लास्टिक से होने वाले पर्यावरण प्रदूषण पर चर्चा की गई।


मेरठ, (ब्यूरो)। संस्था के महासचिव गिरीश शुक्ला ने बताया कि 21 जनवरी 2016 को पूर्ण यूपी में एनजीटी द्वारा पॉलीथीन प्रतिबंध लागू किया गया था। जो केवल एक सप्ताह चल गया। उसके बाद फिर से लगातार पॉलीथीन चल रही है।

नहीं माना जा रहा आदेश बैठक में कहा गया कि दो अक्टूबर 2018 से प्लास्टिक पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध पालन करने का अनुरोध किया गया था, न तो हाईकोर्ट का न ही एनजीटी का और न ही पूर्व कमिश्नर का आदेश माना गया। डॉ। एके शुक्ला ने बताया कि घरों में छोटे-छोटे सामान भी एवं खाने की चीजों में अधिकतर पन्नी व बैग का प्रयोग हो रहा है। इनका प्रयोग बंद करना चाहिए,इनसे बीमारियां फैल रही है। पर्यावरण पर भी भयंकर असर है।

Posted By: Inextlive