150 दुकानें खुली, 650 पर लटके ताले
मेरठ, (ब्यूरो)। एसएसपी के आदेश के बाद भीड़भाड़ वाले सोतीगंज बाजार में सोमवार को भी ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। हालांकि नए पाटर््स बेचने वाली दुकानों के शटर खुलने से कुछ चहल-पहल जरूर दिखी। इस दौरान जिन दुकानों को ताले लटके हुए थे। उनके बाहर खड़े दुकान स्वामियों के चेहरे पर मायूसी भी साफ तौर पर नजर आ रही थी। पुलिस की मानें तो जिन 80 से 100 दुकानदारों को नोटिस दिया गया है। वह जैसे-जैसे अपने-अपने नोटिस का जवाब पुलिस को देते रहेंगे। वैसे-वैसे दुकानें खुलना शुरू हो जाएंगी।
जीएसटी की घेराबंदी शुरू
मेरठ के सोतीगंज में 39 साल पर बाद पुलिस का एक्शन देखने को मिला है। जानकारी के मुताबिक सोतीगंज में यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान से चोरी व लूटकर लाए जाने वाले वाहनों का कटान सदर बाजार पुलिस की लाखों कोशिशों के बावजूद भी जारी था। मगर एसएसपी के आदेश के बाद जीएसटी ने कई कबाडिय़ों की घेराबंदी करनी शुरू कर दी। जिसे लेकर नोटिस दिए हैं। जीएसटी को साथ लेकर पुलिस सभी दुकानों और गोदामों की जांच कराएंगी। जिसको लेकर पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस का दावा है कि सोतीगंज में करीब 165 दुकान और गोदाम हैं, जिन पर कार्रवाई होनी तय है।
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3 दरोगा, 12 पुलिसकर्मी
रविवार को सोतीगंज बाजार बंद किए जाने के दिन में पैदल मार्च भी फोर्स द्वारा निकाला गया था। सोमवार को भी पुलिस टीम बाजार के चौक-चौराहों पर तैनात रही और बंद दुकानों पर अपनी नजरें बनाए रखीं। इस दौरान पुलिस के डर से किसी भी कबाड़ी ने अपनी दुकान का ताला खोलने की जहमत नहीं उठाई। हालांकि सभी कबाड़ी अपनी-अपनी दुकानों के आगे खड़े दिखाई जरूर दिए। दरअसल, एएसपी सूरज राय को आदेश का पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए तीन दरोगा व 12 पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर दी गई है।
पूछताछ में हुआ था खुलासा
जानकारी के मुताबिक सोतीगंज में वाहन कटान की शिकायतें मिलने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज में चोरी के वाहन कटान करने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जिन वाहन चोरों और वाहनों का काटने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी किया था, उन्हें पूछताछ में बड़ा राज उगले थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे सोतीगंज की सभी दुकानों पर चोरी के वाहनों के पुर्जे बेच जा रहे हैैं। इतना ही नहीं, उनकी निशानदेही पर सदर बाजार पु्लिस ने सोतीगंज में बीते चार माह के दौरान दर्जनों बार छापेमारी की गई और सैैंकड़ों चोरी के वाहनों के इंजन बरामद किए थे।
सोतीगंज में वाहनों की खरीद, बिक्री, कटान और कबाड़ का काम करने वाली करीब 800 दुकानें हैैं। इसके अलावा यहां पर वाहनों के पाट्र्स रखने के लिए 80 गोदाम भी हैैं। दरअसल, एसएसपी के आदेश के बाद रविवार से सभी दुकानों को पूर्ण रूप से बंद करा दिया गया था। बाजार बंद होने के बाद रविवार को नए पाटर््स बेचने वाले दुकानदारों ने पुलिस के इस फैसले का जमकर विरोध किया था। उनका कहना था कि उनके पास जीएसटी नंबर भी है और सामान का पूरा ब्योरा भी। इसके बाद भी दुकानें बंद रखने का पुलिस का निर्णय गलत है। जिसके बाद पुलिस ने नए पाटर््स बेचने वाले सभी दुकानदारों से शपथ पत्र जमा कराए थे। शपथ पत्र जमा करने के बाद सोमवार को करीब 150 दुकानों के शटर उठे।
नए पाटर््स बेचने वाले दुकानदारों से शपथ पत्र जमा कराए गए हैैं। जिसके बाद उन्हें दुकानें खोलने के आदेश दिए गए। बाकी दुकानदारों को नोटिस दिया हुआ है। जैसे-जैसे दुकानदार नोटिस का जवाब देंगे। वैसे-वैसे उन्हें दुकानें खोलने के आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
सूरज राय, एएसपी कैंट, मेरठ
मॉनिटरिंग की कमी से प्लान फेल
1. गोपनीय लिस्ट भी बेकार
पुलिस ने सोतीगंज के 10 ऐसे वाहन चोर कबाडिय़ों को चिन्हित किया जो लंबे समय से चोरी के वाहनों के कटान में शामिल थे। इतना ही नहीं, लिस्ट को गोपनीय रखा गया। सूत्रों के मुताबिक इन कबाडिय़ों में दोपहिया और चौपहिया वाहन चोरी और कटान करने वाले दोनों किस्म के वाहन चोर कबाड़ी शामिल थे। ये वाहन चोर कबाड़ी पहले भी जेल जा चुके थे। लिस्ट के आधार पर पुलिस ने कबाडिय़ों पर कार्रवाई भी की लेकिन कटान पर लगाम नहीं लग सकी।
सोतीगंज में चोरी के वाहनों का कटान रोकने के लिए तत्कालीन एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह ने सोतीगंज के सभी कबाडिय़ों को रजिस्टर मेंटेन करने के निर्देश थे। कुछ दिन तक सदर बाजार पुलिस ने कबाडिय़ों के रजिस्टर चेक किए, मगर धीरे-धीरे प्लान फेल हो गया। अब न तो रजिस्टर मेंटेन होता है और न ही रिकार्ड रखा जाता है। 3. सीसीटीवी की निगरानी
इसके अलावा सोतीगंज में चोरी के वाहनों के कटान पर प्रतिबंध लगाने के लिए कबाडिय़ों के यहां सीसीटीवी भी लगाए गए थे। मगर अब सीसीटीवी की मॉनिटरिंग तक नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं, सोतीगंज बाजार में भी सीसीटीवी लगाए जाने थे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। 4. कई कबाडिय़ों पर हुई कार्रवाई
बीते वर्षों में पुलिस की ओर से सोतीगंज में चोरी के वाहनों के कटान में शामिल कई कबाडिय़ों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। इनमें समेत कई ऐसे बड़े नाम शामिल हैं। बीते दिनों पुलिस ने हाजी गल्ला पर भी कार्रवाई की गई थी। 5. संसद में गूंजा था मुद्दा
भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने संसद में चार बार सोतीगंज वाहन कमेले का मुद्दा उठाया। सांसद ने सोतीगंज के वाहन चोर और कटान में शामिल कबाडिय़ों पर शिकंजा कसने के लिए राज्य स्तर पर पुलिस में स्पेशल टीम के गठन की मांग भी की थी। इतना ही नहीं, सांसद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी दो बार चि_ी लिखकर वाहन कमेले को बंद कराने की मांग कर चुके हैंं। 6. कबाडिय़ों की संपत्ति जब्त
सदर बाजार पुलिस ने सोतीगंज में चोरी के वाहनों के कटान पर प्रतिबंध लगाने के लिए कबाडिय़ों को चिह्नित कर उनके द्वारा जुटाई गई अवैध संपत्ति पर भी कार्रवाई की। मगर इसके बावजूद सोतीगंज में वाहनों के कटान पर लगाम नहीं लग पाई है। अब तक इन कबाडिय़ों पर हुई कार्रवाई
- इरफान उर्फ राहुल काला निवासी सोतीगंज
- मोहसिन निवासी सोतीगंज
- मन्नू कबाड़ी निवासी सोतीगंज
- नईम उर्फ हाजी गल्ला निवासी सोतीगंज
- जिशान उर्फ पव्वा निवासी सोतीगंज
- शुऐब निवासी केले वाली कोठी सदर बाजार
- फुरकान निवासी सोतीगंज
- अलीम निवासी सोतीगंज
- बिलाल पुत्र हाजी गल्ला निवासी सोतीगंज
- इलाल पुत्र हाजी गल्ला निवासी सोतीगंज
- खालिद निवासी मोरगंज सदर बाजार
- वसीम निवासी केले वाली कोठी सदर बाजार