मरीज लाचार, हेल्थ विभाग को 'बुखार'
एक दिन में बुखार के 1,292 नए मरीज मिले
-शहर और देहात में हेल्थ कैंप लगाकर बुखार के मरीजों की जांच -डेंगू के मरीजों की संख्या 33, चिकनगुनिया के अब तक 66 केस Meerut। जिले में हेल्थ विभाग को एक ही दिन में बुखार के 1,292 नए मरीज मिले हैं। बुधवार को शहर और ग्रामीण इलाकों में विभाग के स्वास्थ्य कैंप में मरीजों की लंबी कतारें लगी रही। डॉक्टर्स ने मरीजों की ब्लड स्लाइड बनाकर जांच के लिए भेजा है। वहीं शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 33 और चिकनगुनिया के केसों का आंकड़ा 66 पहुंच गया है। बुखार के सामने पस्त विभागडेंगू, चिकनगुनिया और वायरल बुखार के चलते सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पताल तक फुल हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल सरकारी अस्पतालों का है। यहां मरीजों के लिए जो डेंगू वार्ड बनाया गया है वो बिल्कुल फुल है। हॉस्पिटल्स की ओपीडी में मरीजों का दूर तक तांता लगा रहता है। वहीं लोगों में बुखार को लेकर खौफ हावी है। जरा सा बुखार आते ही लोग उसे डेंगू समझ कर परेशान नजर आ रहे हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग चिकनगुनिया और डेंगू को काबू करने में नाकाम साबित हो रहा है। अब तक बुखार से अलग-अलग इलाकों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इन मौतों को स्वास्थ्य विभाग डेंगू कारण नहीं मान रहा है।
40 स्थानों पर लगा कैंप डेंगू और चिकनगुनिया के केसों में हो रही निरंतर बढ़ोतरी के मद्देनजर विभाग शहर व ग्रामीण इलाकों में हेल्थ कैंप लगा रहा है। बुधवार को विभाग की ओर से 28 गांवों और 10 शहरी इलाकों में हेल्थ कैंप लगाया गया। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। योगेश सारस्वत ने बताया कि गांवों में कुल 3,489 मरीजों को देखा गया, जिनमें से 867 बुखार के मरीज पाए गए। जबकि 490 मरीजों की ब्लड स्लाइड बनाई गई हैं। वहीं शहर में 12 जगहों पर 1691 मरीजों का चेकअप किया गया, जिसमें से 425 बुखार के मरीज और 372 मरीजों की स्लाइड भिजवाई गई हैं। डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में पब्लिक को अवेयर होने की जरूरत है। पानी का जमाव खतरनाक है। स्वास्थ विभाग इंतजाम कर रहा है। -डॉ। योगेश सारस्वत, जिला मलेरिया अधिकारी