Lucknow News: फन मॉल के पीछे मौजूद जंगल क्रिमिनल्स का हाट स्पॉट बन गया है। आए दिन वहां हादसे व घटनाएं होती रहती हैं। बबूल के घने जंगल में हत्या लूट रेप छेड़छाड़ व छिनौती की कई वारदातें हो चुकी हैं। थर्सडे मार्निंग एक बार फिर जंगल का वह हिस्सा चर्चा में आया।


लखनऊ (ब्यूरो)। फन मॉल के पीछे मौजूद जंगल क्रिमिनल्स का हाट स्पॉट बन गया है। आए दिन वहां हादसे व घटनाएं होती रहती हैं। बबूल के घने जंगल में हत्या, लूट, रेप, छेड़छाड़ व छिनौती की कई वारदातें हो चुकी हैं। थर्सडे मार्निंग एक बार फिर जंगल का वह हिस्सा चर्चा में आया। बबूल के घने जंगल में सुबह एक महिला के पड़े होने की सूचना आग तरफ फैली। महिला के कपड़े भी अस्त व्यस्त थे। रेप व हत्या की आशंका पर कई लोगों ने वहां से गुजरने के बाद भी पुलिस को सूचना नहीं दी। एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी उस रास्ते से ड्यूटी पर जा रहा था, जिसने डायल 112 पर सूचना दी।पुलिस को महिला जिंदा मिली


सुबह 8.30 बजे महिला के पड़े होने की सूचना डायल 112 को मिली। गाजीपुर थाना की पीआरवी समेत महिला पीआरवी मौके पर पहुंची। जंगल के बाहर खड़े तमाशबीनों का कहना था कि महिला की रेप के बाद हत्या कर शव वहां फेंका गया है। हालांकि, जंगल के अंदर जांच करने पहुंची पुलिस को महिला जिंदा मिली। वह बेहोश थी और उसके कपड़े भी अस्त व्यस्त थे। पीआरवी में तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने महिला को हिला कर देखा तो वह बेहोश थी। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।10 घंटे बाद भी नहीं आया होशमहिला को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल पहुंचा गया जहां दोपहर बाद उसे इलाज के लिए हजरतगंज स्थित झलकारीबाई भेज गिया गया। महिला को 10 घंटे बाद भी होश नहीं आया। उसका इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि महिला के होश में आने के बाद पता चल सकेगा कि उसकी पहचान क्या है और वह किन परिस्थितियों में वहां पहुंची। उसे नशीला पदार्थ पिलाया गया था और फिर उसने खुद किया।शरीर पर लाल सूट व पैर में थी चप्पलमहिला ने लाल रंग का सूट पहन रखा था। हालांकि, कमर के नीचे के हिस्से के कपड़े अस्त व्यस्त थे, लेकिन उसके पैर में चप्पल इस बात की साफ गवाही दे रहे थे कि वह पैदल चलकर जंगल के अंदर पहुंची। जिस जगह महिला बेहोशी हालत में मिली, वहां पर ऐसा कोई सामान भी नहीं मिला। यहां तक कि उसके पास न कोई पर्स, न मोबाइल फोन ही मिला। न रोड, न स्ट्रीट लाइट, फिर भी बना गया रास्ता

फन मॉल के पीछ नेहरू एंक्लेव जाने के लिए आम रास्ता नहीं है। कच्चे रास्ते और जंगल के बीच से लोग फन मॉल के पीछे से नेहरू एंक्लेव आते जाते है। हर दिन पांच हजार लोग उस रास्ते से गुजरते है। इसके पीछे कारण है शॉर्ट कट। ट्रैफिक और दूरी से बचने के लिए पैदल व दो पहिया व चार पहिया वाहन भी वहां से गुजरते हैं। इस रूट पर न तो रोड है और न ही स्ट्रीट लाइट, फिर भी लोगों ने आम रास्ता बना दिया। बबूल के जंगल व घने पेड़ों से घिरे इस रूट पर रात में घूप अंधेरा रहता है, इस रूट पर रात के अंधेरे में नहीं दिन के समय भी गुजरने में लोग दहशत में रहते हैं।फन मॉल के पीछे जंगल में पहले भी हो चुकी हैं वारदातें28 सितंबर 2015छोटी जुगौली इलाके में रहने वाले मोटर मैकेनिक विक्रम रैदास की बबूल के जंगल में दिल दहला देने वाली हत्या को अपराधियों ने अंजाम दिया था। विक्रम की चापड़ से गर्दन अलग कर दी गई थी और उसके शरीर पर 12 जगह घाव मिले थे। हालांकि, इस मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा करते हुए उसी एरिया में रहने वाले आरोपी मिथुन को गिरफ्तार किया था। 20 हजार के लेन-देन के विवाद में उसकी हत्या हुई थी।2 मार्च 2017

फन मॉल से नेहरू एंक्लेव जाने वाले रास्ते पर बबूल का जंगल पड़ता है। इस जंगल में युवक का शव मिला था। युवक के शरीर पर चाकू व ब्लेड से कई वार किए गए थे। उसकी हत्या वहां लाकर की गई थी। हालांकि, युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। आज तक उस मर्डर केस का खुलासा नहीं हो सका। पुलिस ने हत्या के पीछे लूट व रंजिश के बिंदु पर जांच पड़ताल की थी।छेड़छाड़ व छिनौती की वारदातें भी हुई हैंयहां मौजूद करीब 193 एकड़ जमीन जंगल में तब्दील हो गई है। बबूल के घने जंगल में क्रिमिनल्स व नशे के लती अपना अड्डा बनाए हुए हैं। आम रास्ता न होने के बाद भी कई बार क्राइम की वारदातें होने पर उस रूट पर पीआरवी को तैनात किया जाता है। इसके अलावा पीआरवी की पेट्रोलिंग भी कराई जाती है। कच्चे रास्ते में कई बार छेड़छाड़ व छिनौती की घटनाएं भी हो चुकी हैं।

Posted By: Inextlive