निवेशकों की ओर से मुख्य फोकस स्मार्ट पार्किंग स्मार्ट लाइट्स और चार्जिंग स्टेशंस पर किया गया है। इसके साथ ही इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर भी निवेशकों के सवाल-जवाब सामने आए हैैं। पूरी संभावना है कि आने वाले वक्त में निवेशकों की ओर से उक्त बिंदुओं पर काम किया जा सकता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। इंवेस्टर्स समिट में आए निवेश को लेकर अब विभागों की ओर से तस्वीर साफ की जाने लगी है। इसी कड़ी में नगर विकास विभाग की ओर से साफ किया गया है कि निवेशकों की ओर से सबसे अधिक उत्साह प्लास्टिक रीसाइकिलिंग, वेस्ट टू एनर्जी, ई-वेस्ट प्रबंधन में दिखाया गया है। उनकी ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कई प्वाइंट्स में भी निवेश को लेकर रुचि दिखाई गई है।तीन लाख युवाओं को रोजगारहाल में ही आयोजित हुई उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में नगर विकास विभाग ने 2.08 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए। निवेशकों ने एकीकृत पर्यावरण स्वच्छता सेवाएं, आवास एवं टाउनशिप प्रबंधन, ई-व्हीकल निर्माण, मलजल उपचार संयंत्र जैसे क्षेत्रों में निवेश में रुचि दिखाई है। नगर विकास विभाग में इस निवेश के माध्यम से प्रदेश के करीब 3 लाख युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।नोडल अधिकारी नामित होंगे


नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने निर्देश दिए हैैं कि आये हुए निवेश को धरातल पर उतारने के लिए निवेशकों, उद्योगपतियों और उनके प्रतिनिधियों से मिलकर वार्ता करने के लिए नोडल अधिकारी नामित किये जाएं, जो कि निवेशकों से वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे और उनके प्रोजेक्ट कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि अलग-अलग श्रेणियों में निवेश करने वाले निवेशकों से संपर्क कर उनकी समस्याओं को सुनें और उनके सुझाव को जानें।निवेशकों ने इन क्षेत्रों में दिखाई रुचि-ई-वेस्ट प्रबंधन में 22 करोड़ रुपये-आवास एवं टाउनशिप प्रबंधन में 42450 करोड़ रुपये-मेडिकल मशीनरी में 225 करोड़ रुपये-प्लास्टिक रीसाइकलिंग में 831.6 करोड़ रुपये-रीयूज ऑफ ट्रीटेड वेस्ट वाटर में 4000 करोड़ रुपये-स्क्रैप रीसाइकलिंग में 64.5 करोड़ रुपये-स्मार्ट सिटी में 120894 करोड़ रुपये-वेस्ट मैनेजमेंट में 13747.27 करोड़ रुपये-वेस्ट टू एनर्जी में 19936.42 करोड़ रुपये-यूज्ड वाटर ट्रीटमेंट-एसटीपी में 4701.08 करोड़ रुपये-अन्य में 1495 करोड़ रुपयेये बिंदु स्मार्ट सिटी में शामिलअब अगर स्मार्ट सिटी की बात की जाए तो निवेशकों की ओर से मुख्य फोकस स्मार्ट पार्किंग, स्मार्ट लाइट्स और चार्जिंग स्टेशंस पर किया गया है। इसके साथ ही इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर भी निवेशकों के सवाल-जवाब सामने आए हैैं। पूरी संभावना है कि आने वाले वक्त में निवेशकों की ओर से उक्त बिंदुओं पर काम किया जा सकता है।नगर निगम ने शुरू की तैयारी

इंवेस्टर्स समिट में आई एक कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था में सहयोग को लेकर उत्साह दिखाया गया था। कंपनी की ओर से नगर निगम से वेस्ट कलेक्शन व वेस्ट निस्तारण संबंधी डेटा मांगा गया था। नगर निगम की ओर से इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है और दोनों ही बिंदुओं को लेकर डेटा कलेक्ट किया जा रहा है। डेटा संबंधी रिपोर्ट तैयार करने के बाद इसे संबंधित कंपनी के प्रतिनिधियों के पास भेजा जाएगा।

Posted By: Inextlive