मृत लोगों के नाम से लोन लेकर करते थे मौज
लखनऊ (ब्यूरो)। एचडीएफसी बैैंक के मैनेजर अतुल भारती ने विभूतिखंड थाने में एफआईआर कराई थी कि उनकी ब्रांच से फर्जी पेपर लगाकर कुछ लोगों ने लोन स्वीकृत कराया है। विभूतिखंड पुलिस व क्राइम टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि गैैंग के सदस्य कोरोना काल में मरने वालों के नाम पर लोन लेते थे। उन्होंने विभिन्न बैैंकों से पचास-पचास लाख रुपये का लोन लिया था। एचडीएफसी बैैंक में इस बार एक करोड़ का लोन अप्लाई किया था। फर्जी पेपर पर लेते थे लोन
पुलिस ने बैैंकों से लोन लेने की ठगी के आरोप में रायबरेली न्यू राना नगर निवासी मृगांल सहाय और दूरभाष नगर मील एरिया निवासी अभिषेक भारती को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 8 मोबाइल, 6 कूटरचित आधार कार्ड, 6 कूटरचित पैन कार्ड, 3 अलग-अलग बैैंकों के एटीएम कार्ड, सैकड़ों अलग-अलग बैैंकों के कूटरचित पासबुक, चेक बुक बरामद हुई है। डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने बताया कि आरोपियों ने दर्जनों बैैंकों से फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये ठगी की है। इनके तीसरे साथी की तलाश की जा रही है।मृत लोगों के आधार व पैन बनाते थे
मृगांल सहाय कई इंश्योरेंस कंपनी में दलाल है। इसी का फायदा उठाकर उसने कोरोना कॉल में मरने वालों की लिस्ट तैयार की और फिर उनके फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बनाए। आधार व पैन में डिटेल मृत व्यक्ति की रहती थी। वहीं, फोटो उसकी व उसके साथियों की होती थी। इसी फर्जी पेपर के जरिए वह बैैंकों में लोन लेता था।