बिजली चोरी के चलते लखनऊ में फुंक रहे ट्रांसफॉर्मर
लखनऊ (ब्यूरो)। इस समय हर तरफ बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। हर कोई 24 घंटे बिजली की आपूर्ति मांग कर रहा है लेकिन हकीकत यह है कि बढ़ते तापमान के बीच बिजली चोरी का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है। बिजली चोरी होने की वजह से ट्रांसफॉर्मर्स पर दोगुना लोड पड़ रहा है और वो फुंक रहे हैैं। जिसकी वजह से ईमानदार उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। बिजली विभाग की ओर से भी बार बार अपील की जा रही है कि बिजली चोरी न करें। इसके बावजूद धड़ल्ले से बिजली चोरी हो रही है।77 फीसदी से अधिक लोड
बढ़ते तापमान के कारण राजधानी में बिजली की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। इस समय सभी इलाकों में बिजली डिमांड में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसी बीच कई उपभोक्ता रात के वक्त कटिया डालकर एसी या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चला रहे हैैं। जिसकी वजह से इसका असर ट्रांसफॉर्मर्स पर देखने को मिल रहा है। रात के वक्त अचानक से लोड बढ़ जाने की वजह से ट्रांसफॉर्मर्स फुंक रहे हैं और संबंधित एरिया की बिजली सप्लाई प्रभावित हो रही है।दोगुना हो जाता लोड
बिजली चोरी की वजह से ट्रांसफॉर्मर्स पर पड़ने वाले लोड को अगर समझना है तो आप ऐसे समझें कि अगर किसी मोहल्ले के दस घरों में बिजली चोरी हो रही है तो एरिया में लगे ट्रांसफॉर्मर पर दो गुना बिजली लोड बढ़ जाएगा। इसकी वजह से ट्रांसफॉर्मर के फुंकने का खतरा भी खासा बढ़ जाएगा।कांबिंग की जा रही हैबढ़ते तापमान के बीच बिजली चोरी भी जमकर बढ़ी है। इसे ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग की ओर से नाइट कांबिंग तेज कर दी गई है। अभी तक तीन दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ बिजली चोरी अंतर्गत कार्यवाही की जा चुकी है। मध्यांचल प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि अब रोज किसी न किसी एरिया में बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली चोरों तक पहुंचने के लिए विभाग की ओर से सभी सबस्टेशनों और ट्रांसफॉर्मरों का लोड चेक कराया जा रहा है, जिससे यह पता लग जाएगा कि बिजली चोरी किस किस एरिया में हो रही है।बंद करते एसी-कूलर
अभी देखने में आ रहा है कि घरों के अंदर जमकर बिजली की बर्बादी भी हो रही है। उपभोक्ताओं की ओर से घर के सभी रूम को कूल रखने के लिए दिन भर एसी और कूलर चलाए जा रहे हैैं। जबकि कई रूम का यूज है भी नहीं। तत्काल प्रभाव से इस आदत में बदलाव लाना होगा, जिससे बिजली सेविंग हो सके और ट्रांसफॉर्मर्स पर लोड कम पड़ सके। जिसका फायदा सभी उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली सप्लाई के रूप में मिले।बिजली लोड एक नजर मेंमई के अंतिम सप्ताह में डिमांडवर्ष डिमांड (मेगावाट)2021 939.232022 1293.582023 1029.912024 1819.10ये भी जानें1688.93 मेगावाट लोड दर्ज हुआ था 13 जून 2023 को1644.84 मेगावाट लोड दर्ज हुआ था 14 जून 2022 को1819 मेगावाट लोड दर्ज हुआ इस साल 27 मई तकबिजली चोरी से ये नुकसान हो रहे1-ट्रांसफॉर्मर्स पर अधिक लोड2-ट्रिपिंग की समस्या3-रेवेन्यू का नुकसान4-बिजली संकट गहरानाजागरूकता दिखानी होगी
अगर आपको बेहतर बिजली सप्लाई चाहिए तो ये कदम उठाने होंगे1-समय से बिजली बिल भरें2-बिजली चोरी न करें और दूसरों को न करने दें3-बिल न आए तो तुरंत सबस्टेशन में जानकारी दें4-बिजली से जुड़ी कंपलेन 1912 पर दर्ज कराएं