लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में मरीजों और तीमारदारों के लिए बनेगा हजार बेड का रैन बसेरा
लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। क्योंकि संस्थान परिसर में जल्द ही हजार बेड का रैन बसेरा बनने जा रहा है। इसके लिए शासन से अनुमति मिल गई है। अधिकारियों की माने तो अगले माह इसका शिलान्यास हो सकता है। इससे निर्माण से यहां कई दिनों तक रुकने वाले मरीजों और तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि अभी उनको लॉज या होटल में रुकना पड़ता है।जल्द होगा शिलान्यास
पीजीआई में रोजाना 4 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां भर्ती मरीजों के रुकने का तो इंतजाम है, लेकिन ओपीडी में आने वाले फॉलोअप मरीज, कीमोथेरेपी और जांच कराने वाले मरीजों के लिए रुकने के लिए कोई अलग से व्यवस्था नहीं है। ऐसे में, मरीज व उनके तीमारीदार परिसर में बाहर या फिर लॉज व होटल आदि में मजबूरी में रुकते हैं। जहां 300 रुपये से लेकर दो हजार तक का रोजाना खर्चा करना पड़ता है। इसीलिए यहां लगातार रैन बसेरा बनाये की डिमांड की जा रही थी। निदेशक प्रो। आरके धीमान के मुताबिक, रैन बसेरा का निर्माण काफी समय से प्रस्तावित था। अब इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। एक हजार क्षमता का रैन बसेरा संस्थान के गेट नंबर दो के पास बनाया जाएगा। इसके लिए जगह का भी चयन कर लिया गया है। जल्द ही इसका शिलान्यास कराने की तैयारी चल रही है।कई सुविधाएं मिलेंगीनिदेशक ने बताया कि जल्द से जल्द इसका निर्माण पूरा कर मरीजों और तीमारदारों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। रैन बसेरा में शौचालय से लेकर बेड, पेयजल, कैंटिन समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसे पूरी तरह आधुनिक बनाया जाएगा। फिलहाल इसका किराया कितना होगा, इसका संचालन कौन करेगा और साथ ही क्या-क्या काम होगा इसको लेकर जल्द ही बैठक कर तय किया जाएगा। हालांकि, इसका शिलान्यास कौन करेगा, यह अभी तय नहीं है।रैन बसेरा निर्माण को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। जल्द ही इसका शिलान्यास कराने की तैयारी चल रही है। मरीजों और तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी।-प्रो। आरके धीमन, निदेशक, संजय गांधी पीजीआई