हाउस टैक्स से लगा नगर निगम को 39 करोड़ का झटका
- 3 लाख 44 हजार भवन स्वामियों को भेजा गया हाउस टैक्स का एसएमएस
abhishekmishra@inext.co.in LUCKNOW हाउस टैक्स वसूली में नगर निगम को करीब 39 करोड़ का झटका लगा है। निगम प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद ज्यादातर भवन स्वामी अभी टैक्स नहीं जमा कर रहे हैं। अब निगम प्रशासन की ओर से 30 जून तक टैक्स वसूली का नया टारगेट सेट किया है। 3 लाख 44 हजार को एसएमएस निगम की ओर से 3 लाख 44 हजार भवन स्वामियों को एसएमएस से टैक्स की जानकारी भेजी गई है। इसके बावजूद टैक्स जमा करने वालों का आंकड़ा महज सवा लाख के आसपास है। 2.15 लाख के मोबाइल नंबर नहींनिगम प्रशासन के पास करीब 2.15 लाख भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर नहीं हैं। जिससे उन्हें एसएमएस से टैक्स की जानकारी नहीं भेजी जा सकी है। इन्हें टैक्स की हार्ड कॉपी भेजने की तैयारी की जा रही है और इसके मोबाइल नंबर भी अपडेट किए जाएंगे।
3 लाख 40 हजार ही भरते टैक्स पिछले दो साल के आंकड़ों को देखें तो 3 लाख 40 हजार के आसपास भवन स्वामी ही टैक्स भरते हैं। जबकि 2 लाख से अधिक लोग टैक्स नहीं देते हैं। 39 करोड़ का नुकसानइस वित्तीय वर्ष में 15 से 16 जून तक निगम प्रशासन को करीब 39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह नुकसान पिछले साल इस समयावधि में हुई टैक्स वसूली के आधार पर निकाला गया है।
बाक्स 30 जून तक 35 करोड़ नगर आयुक्त की ओर से 30 जून तक 35 करोड़ टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जोनवार टैक्स वसूली का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है। जो इस प्रकार है जोन लक्ष्य (करोड़) 1 4 2 1.5 3 3 4 4 5 1.5 6 27 3
8 4 कुल 23 करोड़ वित्तीय वर्ष की डिमांड 400 करोड़ वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो निगम प्रशासन की कुल डिमांड करीब 400 करोड़ है। पिछले साल 212 करोड़ की ही वसूली हो पाई थी। डिमांड के अनुरूप वसूली 400 करोड़ वित्तीय वर्ष की डिमांड 212 करोड़ जमा हुए वर्ष 2019 में 234 करोड़ जमा हुए वर्ष 2018 में बाक्स यह भी जानें 6 नंबर जोन में सबसे कम टैक्स आता 5 लाख 57 हजार कुल भवन स्वामी 1 लाख 30 हजार ने जमा किया टैक्स 3 लाख 40 हजार लोग ही देते टैक्स 31 करोड़ जमा हुए 1 अप्रैल से अभी तक 23 करोड़ वसूलने होंगे 30 जून तक वर्जन पिछले साल के मुकाबले अभी तक हाउस टैक्स के रूप में 39 करोड़ रुपये कम की वसूली हुई है। टैक्स जमा करने वालों का आंकड़ा डेढ़ लाख भी नहीं पहुंचा है।अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम