रोड पर फर्राटा भर रही दस हजार गाडि़यों का नहीं है कोई ठिकाना
नंबरगेम
- 3 लाख ई चालान के बाद खुला राज - 10 हजार से ज्यादा गाडि़यों के आरसी में दर्ज नहीं पता - 8 हजार ई चालान बैरंग वापस लौटे - इन गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन में गायब है मालिक का पता और मोबाइल नंबर -ई चालान के बाद हुआ खुलासा, चार्जशीट तैयार, कहां भेजना है पता नहीं mayank.srivastava@inext.co.in LUCKNOW: शहर में दस हजार से ज्यादा ऐसी गाडि़यां हैं जो रोड पर दौड़ तो रही हैं, लेकिन इनका कोई 'ठिकाना' नहीं है। इन गाडि़यों का आरटीओ ऑफिस में रजिस्ट्रेशन भी है, लेकिन इनके मालिक का पता नहीं है। यह चौंकाने वाला खुलासा ई चालान के दौरान हुआ। रजिस्ट्रेशन में नहीं दर्ज है पताशहर में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर करीब तीन लाख ई चालान किये गये। वहीं ई चालान का जुर्माना भरने के लिए जब ट्रैफिक विभाग ने वाहन स्वामियों के पते पर चालान भेजने की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन में उनका पता और मोबाइल नंबर लिखा ही नहीं है। वहीं जिनके पते और नंबर दिये गये हैं वह भी गलत हैं। ऐसे में उनके सामने ई चालान भेजने की समस्या खड़ी हो गई। इसकी वजह से तय समय में ई चालान के जुर्माने का भुगतान न होने पर विभाग ने चार्जशीट की तैयारी कर ली है। वहीं इससे निपटने के लिए ट्रैफिक विभाग ने परिवहन विभाग से भी गुहार लगाई है।
यह है िनयम कानून परिवहन विभाग के नियम के अनुसार किसी भी वाहन की खरीद के बाद आरटीओ से उस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है। रजिस्ट्रेशन में वाहन स्वामी का प्रमाणिक पता, मोबाइल नंबर अनिवार्य होता है। इस नियम के बाद भी दस हजार गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन में पते की जगह नॉट अप्लीकेंट ((N\\A) लिखा है। मोबाइल नंबर का स्थान भी खाली है। सुरक्षा को लेकर भी बड़ा 'खतरा' बिना 'ठिकाने' के रोड पर दौड़ रहे हजारों वाहन नियम के खिलाफ होने के साथ-साथ सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा हैं। ऐसे में इन वाहनों से वारदात होने के बाद इनके मालिक तक पहुंचना पुलिस के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। कोट-ई चालान के बाद चार्जशीट तैयार की गई तो सामने आया कि करीब दस हजार से ज्यादा वाहन ऐसे हैं जिनके रजिस्ट्रेशन में पता व मोबाइल नंबर दर्ज नहीं है। ऐसे में वाहन स्वामी के पास ई चालान नहीं पहुंच पा रहा है। इस संबंध में सूची तैयार कर परिवहन विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
चारू निगम, डीसीपी ट्रैफिक