अक्षय तृतीया पर बिका 30 किलो सोना और 110 किलो चांदी

- विवाह की लगन ना होने के चलते पिछले साल की तुलना में कम हुई सेल

- नौ करोड़ का सोना और 43.65 लाख की चांदी बिकी

LUCKNOW: सोने के चढ़ी हुई कीमतों के बाद भी राजधानी में अक्षय तृतीया के मौके राजधानी के सराफा बाजार में भीड़ दिखी। एक दिन में 30 किलो सोना नौ करोड़ रुपए में बिका। सराफा व्यापारियों के अनुसार पिछले साल की तुलना में सोने की बिक्री 18 किलो कम हुई है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह की लगन नहीं थी। ऐसे में आज नौ करोड़ का सोना बिकना भी बाजार के लिए अच्छा रहा। सोमवार को अक्षय तृतीया के मौके पर 110 किलो चांदी की बिक्री हुई, जिसकी कीमत 43.65 लाख रुपए है। सराफा व्यापारियों ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया पर इंवेस्टर बाजार से दूर ही रहे। कुछ सराफा व्यापारियों ने यह भी कहा कि इस बार अक्षय तृतीया पर बाजार में जितना सन्नाटा रहा, उतना पहले कभी नहीं रहा।

राजधानी के चौक, अमीनाबाद, हजरतगंज, आलमबाग, गोलमार्केट महानगर और गोमती नगर में मौजूद सराफा मार्केट में मौजूद दुकानों में भीड़ रही। सुबह से दोपहर तक ही सोने और चांदी की खरीदने का मुहूर्त होने के कारण सुबह 11 बजे तक खुलने वाली दुकानें आज सुबह दस बजे ही खुल गई थी। सराफा व्यापारियों ने बताया 12 बजे लेकर दोपहर दो बजे तक दुकानों में अधिक भीड़ रही। हालांकि देर रात तक लोग सोने और चांदी की खरीदारी करते दिखे। गोमती नगर स्थित सान्वी ज्वैलर्स के अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया पर बेहद सन्नाटा रहा। विवाह की लगन ना होना और दोपहर तक मुहूर्त होना भी सेल में आई कमी का कारण रहा। दोपहर के बाद दुकानों पर ग्राहक नहीं दिखे। उन्होंने बताया कि इस बार मार्केट में ग्राहक ने डरते हुए सोने की खरीदारी की। उसे इस बात का डर था कि कहीं पैन कार्ड ना मांग लिया जाय, इसको लेकर ग्राहक कन्फयूज रहा और उसने मार्केट से दूरी बनाए रखी।

आज का दाम

24 कैरेट सोना - 30490 रुपए प्रति 10 ग्राम

22 कैरेट सोना- 29780 रुपए प्रति 10 ग्राम

चांदी- 41500 रुपए प्रति किलो

डायमंड- 35200 से 72000 रुपए प्रति कैरेट तक

पिछले नौ साल में सोने की हुई बिक्री

साल टोटल सेल (रुपयों में) सोना (किलों में)

2015- 13 करोड़ 80 लाख - 48 किलो

2014- 12 करोड़ 96 लाख- 43.5 किलो

2013-12 करोड़ 86 लाख- 45 किलो

2012-21 करोड़ - 76 किलो

2011- 13 करोड़ 65 लाख- 65 किलो

2010- 9 करोड़ 20 लाख- 50 किलो

2009- 10 करोड़ 43 लाख- 70 किलो

2008- 9 करोड़ 38 लाख- 75 किलो

2007- 9 करोड़ 38 लाख- सौ किलो

उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के मुख्य संयोजक और लखनऊ चौक सर्राफा के अध्यक्ष कैलाश चंद्र जैन सराफ द्वारा प्रमाणित जैन ज्वैलर्स लखनऊ के प्रमुख कारोबारी आदीश कुमार जैन की कारोबारी डायरी से प्राप्त आंकड़े

इवेस्टर के दूर रहने के कारण ही सोने की सेल कम हुई है। टैक्स के चलते इंवेस्टर ने मार्केट से दूरी बनाए रखी। सरकार की नीतियों के कारण इंवेस्टर भी तक कनफ्यूज्ड है। उसे डर रहा कि कहीं पैन कार्ड के चलते उसकी खरीदारी सामने ना आ जाए।

आदीश कुमार जैन

संगठन मंत्री

चौक सराफा एसोसिएशन

Posted By: Inextlive