संस्कृत बोर्ड में अभी तक नहीं तय हो सका नया सिलेबस
1093 संस्कृत शिक्षा परिषद के स्कूल
973 अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूल 2 राजकीय स्कूल 120 निजी क्षेत्र के स्कूल - संस्कृत बोर्ड में अभी तक नहीं तय हो सका नया सिलेबस - नए सेशन से लागू होना था एनसीईआरटी बेस्ड सिलेबस LUCKNOW :एक ओर यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी सिलेबस के आधार पर स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू हो गई है। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद इसमें पिछड़ गई है। स्थिति यह है कि नया सेशन शुरू होने के बाद भी अभी तक परिषद के जिम्मेदार अपना सिलेबस नहीं तैयार कर सके हैं। जिसकी वजह से संस्कृत बोर्ड के स्टूडेंट को इस साल भी पुराने 'उधार के सिलेबस' से पढ़ाई करनी पड़ रही है। हालांकि विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि सिलेबस पर काफी काम हो चुका है। शासन की मंजूरी मिलनी बाकी है। अगले साल नए सत्र से नया सिलेबस लागू कर दिया जाएगा।
संस्कृत विश्वविद्यालय का सिलेबस होता था फालोमौजूदा समय में संस्कृत शिक्षा परिषद से संबद्ध 1093 स्कूल संचालित हैं। इनमें 973 स्कूल अशासकीय सहायता प्राप्त, दो राजकीय एवं 120 स्कूल निजी क्षेत्र के हैं। परिषद के मुताबिक वर्ष 2001 तक सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से स्कूलों को अस्थायी मान्यता दी जाती थी। साथ ही वहीं के सिलेबस से पढ़ाई भी कराई जाती थी। लेकिन बीते कुछ माह पूर्व राज्य सरकार ने परिषद का गठन करते हुए पाठयक्रम समिति भी निर्धारित कर दी ताकि विशेषज्ञ सिलेबस तैयार करें और संस्कृत के छात्रों को परिषद का सिलेबस पढ़ने को मिले।
अप्रैल, मई, जून में हुई थीं बैठकें नए सिलेबस को तैयार करने के लिए अप्रैल, मई से लेकर जून में अलग-अलग पाठयक्रम समिति की बैठकें भी हुई। जिसमें तय हुआ कि संस्कृत के विद्यार्थी भी आधुनिक विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही यूपी बोर्ड की तर्ज पर यहां भी एनसीईआरटी सिलेबस लागू किया जाएगा। लेकिन कई बैठकों के बाद भी सिलेबस अब तक तैयार नहीं हो पाया। लिहाजा, संस्कृत बोर्ड के छात्रों को पुराने सिलेबस के आधार पर पढ़ाई करनी पढ़ रही है।