क्लास में बैठकर सब्जेक्ट ज्यादा समझ आए, स्टूडेंट्स ने खूब पूछे सवाल
- स्टूडेंट्स बोले, क्लास में बैठकर सब्जेक्ट ज्यादा समझ आ रहे
- बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस रही बेहतर - वरदान इंटरनेशनल एकेडमी में भी कोविड से बचाव के रहे पुख्ता इंतजाम LUCKNOW क्लास में बैठे स्टूडेंट्स के चेहरे पर खुशी साफ नजर आ रही थी। सभी की नजर ब्लैक बोर्ड पर टिकी थी और टीचर्स की ओर से लिखे जा रहे सब्जेक्ट की डिटेल्स को सभी कॉपी में नोट कर रहे थे। इस दौरान स्टूडेंट्स ने टीचर से कई सवाल भी पूछे। स्टूडेंट्स ने कहाकि क्लास में पढ़ाई का अलग ही मजा है। क्लास में सब्जेक्ट ज्यादा समझ में आते हैं। बाल निकुंज समय - दोपहर 12.30 बजे सोशल डिस्टेंसिंग पर फोकसपल्टन छावनी स्थित बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल में स्कूल गेट से लेकर क्लास रूम तक कोविड से बचाव संबंधी गाइडलाइंस का पालन होते दिखा। क्लास रूम में भी स्टूडेंट्स के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रही।
मास्क रहा अनिवार्य क्लास रूम में बैठे स्टूडेंट्स के लिए मास्क पहनना अनिवार्य रहा। अगर कोई स्टूडेंट मास्क उतारता तो टीचर तुरंत उसे मास्क लगाने के लिए कहती नजर आई। घर से क्लास अटेंड करने की सुविधायहां स्टूडेंट्स को घर से भी क्लास अटेंड करने की सुविधा दी गई थी हालांकि स्कूल आकर क्लास अटेंड करने वाले स्टूडेंट की संख्या भी 60 फीसद के आसपास रही।
वरदान इंटरनेशनल एकेडमी समय- दोपहर 12 बजे हर स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग वरदान इंटरनेशनल एकेडमी में कोविड से बचाव के हर उपाय किए गए हैं। मेन गेट पर जहां प्रॉपर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था थी, वहीं हर स्टूडेंट की डिटेल भी नोट की जा रही थी। इस दौरान हर एक स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग भी हो रही थी। गेट के बाहर भीड़ नहीं स्कूल गेट के बाहर स्टूडेंट्स की भीड़ नहीं लगने दी गई। क्लास खत्म होने के बाद सभी स्टूडेंट्स को प्रॉपर डिस्टेंस के बीच स्कूल से बाहर भेजा गया। क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग स्कूल में क्लास रूम में स्टूडेंट्स के बीच सोशल डिस्टेंसिंग दिखी। टीचर्स की ओर से सब्जेक्ट पढ़ाने के साथ-साथ स्टूडेंट्स को कोविड गाइडलाइंस के बारे में जानकारी भी दी गई। वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए स्कूल में मेडिकल रूम की भी व्यवस्था देखने को मिली। मेडिकल रूम में जरूरी दवाइयों उपलब्ध थीं। ---------------------- बोले स्टूडेंट्स क्लास में पढ़ाई करने का अलग ही मजा है। ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन स्टडी ज्यादा बेहतर है। ऑफलाइन स्टडी में आंखों में प्रेशर कम पड़ता है। अल्विना खानमैं तो कब से स्कूल बुलाए जाने का इंतजार कर रहा था। स्कूल आकर बेहद अच्छा लग रहा है। अब इसी तरह क्लासेस चलती रहें।
जतिन कुशवाहा स्कूल खुलने से अब ऑनलाइन पढ़ाई से राहत मिली है। क्लास में सब्जेक्ट ज्यादा समझ में आते हैं। क्लास में आकर बेहद अच्छा लग रहा है। सानिया खान हम तो यही चाहते हैं कि अब स्कूल इसी तरह चलते रहें, जिससे हमारी स्टडी बेहतर हो सके। क्लास में टीचर से आसानी से सवाल पूछ सकते हैं। स्लोक शुक्ला ---- बोले प्रिंसिपल कोविड से स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए स्कूल में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। क्लास में भी प्रॉपर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। रश्मि शुक्ला, प्रिंसिपल, बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल, पल्टन छावनी स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स का शानदार वेलकम किया गया है। फूलों की बारिश के बीच स्टूडेंट्स की आरती भी उतारी गई। सभी स्टूडेंट्स को कोविड गाइडलाइंस की जानकारी भी दी गई। एचएन जायसवाल, एमडी, बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल, पल्टन छावनी स्कूल आने वाले सभी स्टूडेंट्स की थर्मल स्कैनिंग कराने के साथ ही सेनेटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई है। स्कूल प्रांगण से लेकर क्लासेस में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है।रिचा खन्ना, प्रिंसिपल, वरदान इंटरनेशनल एकेडमी, लखनऊ