कोरोना के चलते पकड़ रहा रफ्तार, सेकंड हैंड कार बाजार
- संक्रमण से बचने के लिए लोग सार्वजनिक वाहनों में सफर करने से बच रहे
- पुरानी कारों के ट्रांसफर के मामलों में आ रहा इजाफा LUCKNOW: कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग सार्वजनिक वाहनों में सफर करने से बच रहे हैं। यही कारण है कि जो लोग नई कार नहीं खरीद सकते हैं, वे सेकंड हैंड कार खरीद रहे हैं। कार बाजार से जुड़े लोगों के अनुसार इन दिनों 50 हजार से लेकर पांच लाख तक की सेकंड हैंड कार बिक रही हैं। आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि एक जून के बाद से कार ट्रांसफर के मामलों में काफी इजाफा आया है। हर तरह की कार की डिमांडलॉकडाउन के बाद जब कार बाजार खुली तो इससे जुड़े लोगों को उम्मीद नहीं थी कि लोग पुरानी कारें खरीदने आएंगे, लेकिन लोगों का रुझान काफी अच्छा दिखाई दिया। जो लोग नई कारें खरीद सकते हैं, उन्होंने नई कारों के शोरूम की ओर रुख किया। वहीं सेकंड हैंड कार खरीदने के लिए लोग कार बाजार आए। जिन्हें शहर में ही सफर करना है वे सीएनजी से चलने वाली कारें ले रहे हैं, वहीं जिन्हें रोज लंबा सफर तय करना है वे पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारें ले रहे हैं।
बॉक्सदो या तीन साल पुराने वाहन
पहले लोग सेकंड हैंड कार कार बाजार से नहीं लेना चाहते थे। वे समझते थे कि यहां से कार लेने पर उन्हें आए दिन उनका मेंटीनेंस कराना होगा। अब ऐसा नहीं है। अब कार बाजार में दो से तीन साल पुरानी ही कारें मिलती हैं और कई तो सिर्फ तीन-चार माह पुरानी ही होती हैं। कई कारें तो ऐसी हैं जो 200 से दो हजार किमी ही चली हैं। लोगों का सेकंड हैंड कार की ओर रुझान बढ़ने का एक यह भी कारण है। बॉक्स बेचने वालों की संख्या कम कार बाजार से जुड़े लोगों ने बताया कि पहले जहां कार बेचने वालों की संख्या अधिक होती थी, वहीं अब इस संख्या में काफी कमी आ गई है। कारों के खरीदार बढ़ गए हैं। सेकंड हैंड कार की कीमत कम होने के कारण मिडिल क्लास लोग इन्हें ज्यादा खरीद रहे हैं। कोट संक्रमण के बचने के लिए लोग अपने वाहन में ही सफर करना चाहते हैं, ऐसे में सेकंड हैंड कारों की सेल बढ़ गई है। 50 हजार से 2.5 लाख तक की कारें खूब बिक रही हैं। अधिकांश लोग सीएनजी से चलने वाले वाहन ही खरीद रहे हैं। सुबोध तिवारी, कार-बाजार, निराला नगरवाहनों की सेल में इजाफा हुआ है। अब कार बाजार में खराब करें नहीं मिलती हैं। वाहनों के अंदर से लेकर उनके टायर तक की कंडीशन बेहतर रहती है। इन कारों के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा है।
शादाब, कार बाजार, कुर्सी रोड कोट पहले जहां रोजाना 150 फोर व्हीलर वाहनों का रजिस्ट्रेशन होता था अब इनकी संख्या 10 से 12 रह गई है। वाहनों के ट्रांसफर के लिए आने वाले आवेदनों की संख्या भी बढ़ गई है। संजय तिवारी, एआरटीओ प्रशासन आरटीओ ऑफिस बाक्स डेट वाहन ट्रांसफर नए वाहन 30 जून 35 19 29 जून 28 1128 जून 37 17
27 जून 38 15 26 जून 32 13 नोट- आंकड़े जून माह के हैं