जनाब लेफ्ट टर्न को तो बख्श दें
- फ्री लेफ्ट टर्न में भी सीधे चलने वाले खड़ी करते है व्हीकल
- चौराहों पर ऐसे व्हीकल के चलते बढ़ता है 35 फीसदी ट्रैफिक प्रेशर mayank.srivastava@inext.co.in LUCKNOW : शहर के ट्रैफिक को स्मूथ चलाने के लिए चौराहों पर सिग्नल का यूज किया जा रहा है। वहीं हर चौराहों पर ट्रैफिक प्रेशर कम करने के लिए फ्री लेफ्ट टर्न को भी लागू किया गया, लेकिन कुछ लोगों की जल्दबाजी के चलते यह व्यवस्था फेल हो रही है। ऐसे लोग न केवल लेफ्ट टर्न को ब्लॉक कर रहे हैं बल्कि अपने पीछे ट्रैफिक प्रेशर को भी बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह से सिग्नल ग्रीन होने के बाद भी जाम की समस्या बनी रहती है। स्थान सिकंदर बाग चौराहा ट्रैफिक सिग्नल टाइम - 118 सेकंड ट्रैफिक प्रेशर - 150 से 200 व्हीकल (एक बार में) यह है व्यवस्थासिकंदरबाग चौराहे पर निशातगंज की तरफ से आने वाला ट्रैफिक हजरतगंज के लिए जाता है और चौराहे पर लेफ्ट टर्न राणा प्रताप मार्ग की ओर जाता है। निशातगंज से आने वाले बीस फीसद ट्रैफिक राणा प्रताप मार्ग के लिए टर्न करता है। इसी तरह सहारा माल की ओर से आने वाला ट्रैफिक निशातगंज के लिए लेफ्ट टर्न और सीधे राणा प्रताप मार्ग जाता है। निशातगंज की तरफ टर्न करने वाले ट्रैफिक में 35 फीसदी व्हीकल होते हैं। इसके लिए फ्री लेफ्ट टर्न की व्यवस्था भी की गई है।
यह है स्थिति सिकंदरबाग चौराहे पर निशातगंज की ओर से ट्रैफिक आता है। यहां पर सिग्नल के रेड होने पर लेफ्ट टर्न पर भी लोग व्हीकल खड़ी कर देते हैं। इससे चौराहे से लेफ्ट टर्न करने वाले बीस फीसदी व्हीकल जाम में फंसे रहते हैं। इससे एक्स्ट्रा ट्रैफिक प्रेशर पड़ता है और चौराहा क्रास करने में एक्स्ट्रा टाइम लगता है। इसी तरह से सहारा माल की ओर से आने वाले 35 फीसदी व्हीकल निशातगंज के लिए टर्न करते हैं और लेफ्ट टर्न में लोग व्हीकल खड़े कर देते हैं, जिससे ट्रैफिक प्रेशर और टाइम दोनों बढ़ जाता है। स्थान महानगर गोल मार्केट ट्रैफिक सिग्नल टाइम - 80 सेकंड ट्रैफिक प्रेशर - 100 से 120 व्हीकल (एक बार में) यह है व्यवस्थामहानगर गोल मार्केट चौराहे पर निशातगंज ओवर ब्रिज से आने वाला ट्रैफिक महानगर की तरफ पचास फीसदी मूव करता है, वहीं ओवर ब्रिज के नीचे से आने वाला ट्रैफिक भी महानगर की तरह मूव करता है। ओवर ब्रिज के नीचे लेफ्ट टर्न के लिए बैरीकेडिंग की गई है, लेकिन ओवर ब्रिज के ऊपर से आने वाले ट्रैफिक के लिए बैरीकेडिंग नहीं है।
यह है स्थिति निशातगंज ओवर ब्रिज के ऊपर से आने वाले ट्रैफिक के रुकने पर लोग अपने व्हीकल लेफ्ट टर्न पर ही खड़ा कर देते हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। ग्रीन सिग्नल होने पर एक टाइम पर सभी गाडि़यां क्रास नहीं कर पाती हैं और इससे चौराहे पर एक्स्ट्रा ट्रैफिक प्रेशर बढ़ता है। स्थान 1090 चौराहा ट्रैफिक सिग्नल टाइम - 110 सेकंड ट्रैफिक प्रेशर - 150 से 180 व्हीकल (एक बार में) यह है व्यवस्था डालीबाग और भैसाकुंड से 1090 चौराहे पर आने वाले ट्रैफिक पराग बूथ पर ठहरता है। यहां से लेफ्ट टर्न गोमती नगर की ओर जाने वाला ट्रैफिक 40 फीसदी है जबकि सीधे गांधी सेतु की ओर जाने वाला ट्रैफिक 60 फीसदी होता है। यह है स्थितिपराग बूथ चौराहे पर सीधे जाने वाले व्हीकल लेफ्ट टर्न को ब्लॉक कर देते हैं। इससे गोमती नगर की ओर जाने वाला ट्रैफिक एक्स्ट्रा जाम में फंसा रहता है। कई बार लेफ्ट टर्न करने वाले प्रेशर हार्न का भी यूज करते हैं, जिससे एक्स्ट्रा ध्वनि प्रदूषण होता है। इस चौराहे पर कई बार लेफ्ट टर्न को लेकर झड़प भी हो चुकी है। लेफ्ट टर्न ब्लॉक होने से 40 फीसदी व्हीकल का एक्स्ट्रा प्रेशर चौराहे पर पड़ता है और लोग भी परेशान होते हैं।
स्थान अंबेडकर पार्क चौराहा ट्रैफिक सिग्नल टाइम - 110 सेकंड ट्रैफिक प्रेशर - 130 से 150 व्हीकल (एक बार में) यह है व्यवस्था अंबेडकर पार्क चौराहे पर 1090 से आने वाला ट्रैफिक सीधे गोमती नगर सीएमएस स्कूल की ओर जाने के साथ लोहिया पार्क की ओर भी जाता है। लेफ्ट टर्न लोहिया पार्क जाने वाला ट्रैफिक करीब 35 फीसदी रहता है। यह है स्थिति अंबेडकर पार्क चौराहे पर मेट्रो स्टेशन ऑफिस होने के चलते रोड काफी चौड़ी है, लेकिन 1090 की तरह से आने वाला ट्रैफिक का प्रेशर बहुत होता है। इसके चलते पूरी रोड पर ट्रैफिक सिग्नल पर ठहर जाता है। लेफ्ट टर्न के लिए जगह नहीं रहती है। लोहिया पार्क की ओर जाने वाले लोगों को यहां एक्स्ट्रा टाइम देना पड़ता है और लोग जाम में फंस कर बेवजह परेशान होते हैं। स्थान बापू भवन चौराहा ट्रैफिक सिग्नल टाइम - 110 सेकंड ट्रैफिक प्रेशर - 170 से 200 व्हीकल (एक बार में) यह है व्यवस्थाचारबाग से आने वाला ट्रैफिक सीधे हजरतगंज की तरफ जाता है। बापू भवन चौराहे से 40 फीसदी ट्रैफिक लालबाग की तरफ जाता है। इस चौराहे पर ट्रैफिक प्रेशर कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने लेफ्ट टर्न चौराहा बनाया है, जिसमें रोड के लेफ्ट साइट पर बैरीकेडिंग की गई है ताकि लालबाग जाने वाले लोग बैरीकेडिंग के अंदर से लालबाग की तरह आसानी से जा सकें।
यह है स्थिति बापू भवन चौराहे पर फ्री लेफ्ट टर्न बनने के बाद भी हजरतगंज की तरफ जाने वाले लोग ट्रैफिक सिग्नल से जल्दी निकलने के लिए फ्री लेफ्ट टर्न लेन में घुस जाते हैं और आगे चलकर पूरी लेन को ब्लॉक कर देते हैं। इससे उनके पीछे ट्रैफिक का प्रेशर कई गुना बढ़ जाता है। लालबाग जाने वाले लोग भी इस जाम में फंसे रहते हैं। कोट मिलेगा