लॉकडाउन से सुधरे रिश्ते, घरेलू हिंसा में आई कमी
लखनऊ (ब्यूरो)। पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर के अनुसार महिला संबंधित मामले में तत्काल सुनवाई के निर्देश हैं। पारिवारिक मामले में शिकायत लेने के बाद पहले मीडिएशन की प्रक्रिया की जाती है, जिसमें तीन बार पति पत्नी के बीच काउंसिलिंग की जाती है। इससे छोटे-छोटे विवादों को काउंसिलिंग के जरिए खत्म किया जा सकता है। अगर इसके बाद भी विवाद खत्म नहीं होता है तो कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाती है। 2021 में मीडिएशन के जरिए कई मामलों का निस्तारण दो बार के मीडिएशन में कर दिया गया, जिससे शिकायतों की संख्या कम हुई हैै।
एक नजर में लखनऊ कमिश्नरेट के आंकड़े महिला संबंधित अपराधवर्ष केस दर्ज निस्तारित लंबित
2020 4254 4107 147
2021 3482 4107 444
नेशनल हेल्थ सर्वे के आंकड़े
2015-16 36.7 प्रतिशत - पति उत्पीडऩ के मामले
2020-21 34.8 प्रतिशत - पति उत्पीडऩ के मामले
(18 से 49 वर्ष की उम्र की महिलाओं से संबंधित)
2015-16 1.1 प्रतिशत - यौन शोषण संबंधित2020-21 0.7 प्रतिशत - यौन शोषण संबंधित (यूपी का आंकड़ा) 2020-21
पति उत्पीडऩ के मामले
अर्बन - 32.7 प्रतिशत
रूरल - 35.5 प्रतिशत यौन शोषण के मामले में
अर्बन - 0.6 प्रतिशत
रूरल - 0.7 प्रतिशत पहले लॉकडाउन में बढ़ गये थे मामले
पहले लॉकडाउन में घरेलू हिंसा व पारिवारिक विवाद के मामले ज्यादा सामने आए थे। इसकी वजह अचानक से लोगों के रोजगार का छीन जाना और आर्थिक तंगी को बताया गया था। ऐसे में छोटी छोटी बातों पर पारिवारिक विवाद घरों से निकल कर पुलिस के पास पहुंच रहे थे। मॉनीटरिंग व आपसी समझौते से कम हुए मामले
पारिवारिक हिंसा व घरेलू विवाद में क्राइम अगेेंस्ट वीमेन सेल के साथ-साथ परामर्श सेल की काउंसिलिंग के साथ-साथ मॉनीटरिंग के जरिए कम करने का सफल प्रयास किया गया। इसके अलावा पहले लॉकडाउन की अपेक्षा दूसरे लॉकडाउन में घरेलू विवाद के मामले में कमी आई थी। लोगों ने हालात व स्थिति को देखते हुए काफी हद तक आपसी समझौते के जरिए विवाद को खुद सुलझाने का प्रयास किया हैै।
अर्बन से ज्यादा रूरल एरिया में मामले
पति प्रताडऩा का मामला हो या फिर यौन शोषण का। महिला संबंधित अपराध में कमी तो आई है, लेकिन यह कमी अर्बन एरिया में ज्यादा देखने को मिली है। रूरल एरिया में भी पिछले वर्षों की अपेक्षा कमी आई ह,ै लेकिन रूरल में अर्बन से ज्यादा मामले सामने आए हैैं। जहां पति प्रताडऩा मेंं अर्बन एरिया में 32.7 प्रतिशत मामले आए हैं जबकि रूरल एरिया में यह 35.5 प्रतिशत मामले सामने आए हैं। वहीं यौन शोषण के मामले में अर्बन में 0.6 प्रतिशत मामले सामने आए हैं जबकि रूरल एरिया में 0.7 मामले दर्ज किए गए हैैं।
महिला संंबंधित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए हर स्तर पर काम किया जा रहा है। क्राइम अगेंस्ट वीमेन सेल के अलावा थाने स्तर पर भी मामले के निस्तारण से लेकर उनको न्याय दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी का नजीता है कि इस वर्ष अपराध संबंधित मामलों में कमी देखने को मिली। डीके ठाकुर, पुलिस कमिश्नर लखनऊ