Lucknow News: राजधानी के कल्ली पश्चिम एरिया में पर्यटन विभाग द्वारा सरकारी जमीन चिन्हित की गई है। जिसपर प्राइवेट सेक्टर द्वारा न केवल निर्माण कार्य किया जाएगा बल्कि जमीन अगले 90 साल के लिए लीज पर भी दी जायेगी। इसके लिए आवेदन मांगे गये है।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के कल्ली पश्चिम एरिया में पर्यटन विभाग द्वारा सरकारी जमीन चिन्हित की गई है। जिसपर प्राइवेट सेक्टर द्वारा न केवल निर्माण कार्य किया जाएगा बल्कि जमीन अगले 90 साल के लिए लीज पर भी दी जायेगी। इसके लिए आवेदन मांगे गये है। इसके पीछे का मकसद पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देना है।सरकारी जमीन पर कर सकेंगे निर्माणप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग लगातार काम कर रहा है। जिसके तहत हाल ही में शासन द्वारा लैंड लीज पॉलिसी को मंजूरी दी गई है। जिसके तहत, सरकार द्वारा लीज पर जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। जिसपर प्राइवेट सेक्टर द्वारा होटल, रिसार्ट, टेंट हाउस, एम्यूजमेंट पार्क समेत करीब 30 प्रकार के ऑप्शन में से किसी एक का ससमय निर्माण कार्य और उसका संचालन करना होगा।ससमय निर्माण करना होगा
मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग ने बताया कि नीति के तहत निजी सेक्टर को 90 वर्ष के लिए भूमि लीज पर दी जाएगी। जिसका हर 30 साल पर रिन्यू कराना होगा। वहीं, जो निर्माण कार्य होगा, उसे टाइम बाउंड पूरा करना होगा। टेंट सिटी है तो करीब 6 माह के भीतर और यदि रिजार्ट है तो 2-2.5 साल के भीतर पूरा करना होगा। यानि निमार्ण का प्रकार और कितना बड़ा बनना है उसी के आधार पर अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। ऐसा न होने पर लीज रद्द हो जायेगी।पर्यटन नीति के तहत मिलेगा लाभप्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि इसके अलावा पर्यटन नीति के तहत सब्सिडी या छूट दी जा रही है, उसका भी लाभ निर्माण कंपनी को मिलेगा ताकि अधिक से अधिक कंपनियों को आकर्षित किया जा सके। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग शहरों में जमीन चिन्हित कर विज्ञापन निकाला जा रहा है। जिसमें अयोध्या में लिए 6 गेट कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाना है। जल्द ही इसके लिए भी आवेदन मांगे जाएंगे। यह पूरी कवायद पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए है, जिससे प्रदेश का विकास हो सकेगा।नीति के तहत 90 वर्ष के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी। राजधानी के कल्ली पश्चिम में जगह चिन्हित कर ली गई है। इससे पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।-मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, पर्यटन व संस्कृति विभाग

Posted By: Inextlive