कोराना गांव में लापता पारुल की हत्या उसके चचेरे चाचा ने की थी। परिवार की एक महिला से नजदीकियों के चलते पारुल उसका विरोध करती थी। इससे आरोपित नाराज था और उसने सिर पर डंडे से वार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्याकांड का राजफाश करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।


लखनऊ (ब्यूरो)। मोहनलालगंज के कोराना गांव निवासी रणधीर यादव की बेटी पारुल शुक्रवार रात पशुओं का चारा करने के बाद घर से अचानक लापता हो गई थी। शनिवार सुबह गांव के बाहर बांक नाले के किनारे उसका शव मिला था। इस मामले में परिवारजन ने पड़ोसी अनिल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। हत्या के बाद से ही पुलिस परिवार के अलावा अन्य लोगों से पूछताछ कर रही थी। डीसीपी दक्षिणी गोपाल चौधरी के मुताबिक आरोपित चचेरा चाचा रामसुमेर यादव उर्फ कल्लू उर्फ प्रधान की पारुल के परिवार की एक महिला से नजदीकियां थीं। यह बात पारुल को पसंद नहीं थी। पारुल ने इसका विरोध किया था। सिर पर डंडे पर वार कर की हत्या


शुक्रवार की रात किसी परिचित का फोन आने के बाद पारुल घर से निकली थी। इसी दौरान रामसुमेर ने उसका पीछा शुरू कर दिया था। सुनसान जगह मिलते ही आरोपित ने डंडे से पारुल के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी थी। घटना के बाद आरोपित घर वापस आ गया था और परिवार के लोगों संग पारुल की तलाश शुरू कर दी थी। इससे घरवालों को उसपर शक भी नहीं हुआ। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से छानबीन की तो कुछ तथ्य उजागर हुए। कड़ी पूछताछ में खुलासा

इस बीच पीड़ित परिवार ने पूछताछ में बताया कि रामसुमेर ने ही उन्हें सबसे पहले पारुल की चौराहे की तरफ जाने की सूचना दी थी। परिवार वालों ने रामसुमेर पर शक जाहिर किया। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया, लेकिन वह नहीं पहुंचा। वहीं, जब पुलिस रामसुमेर के घर पहुंची तो वह भाग निकला। घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपित को दबोच लिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने हत्या की बात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस रामसुमेर को वापस गांव लेकर पहुंची और उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल डंडा बरामद कर लिया।

Posted By: Inextlive