ऑक्सीजन सिलिंडर फटा, सप्लायर-हेल्पर के उड़े चीथड़े, एक की मौत
लखनऊ (ब्यूरो)। बालागंज चौराहा पर गुरुवार दोपहर अचानक हर तरफ 'बचाओ-बचाओ', 'बम फट गया' की चीख-पुकार गूंजने लगी। हर किसी के चेहरे पर दहशत साफ नजर आ रही थी। तभी पता चला कि जेपीएस अस्पताल के बाहर लोडर से आक्सीजन सिलिंडर उतारने के दौरान एक सिलेंडर गिरा और तेज धमाके के साथ फट गया। इसकी चपेट में आकर सिलिंडर सप्लायर और हेल्पर के हाथ और पैर के चीथड़े उड़ गए। दोनों रोड के किनारे लहूलुहान अवस्था में पड़े थे। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां संडीला निवासी चालक आरिफ (32) की मौत हो गई, जबकि बांगरमऊ निवासी हेल्पर शोभित (27) की हालत गंभीर बनी हुई है।धमाके से दोनों के हाथ पैर अलग
हादसा गुरुवार दोपहर करीब 12.30 बजे का है। बालागंज चौराहे के पास स्थित जेपीएस अस्पताल के पास तेज धमाका हुआ। चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि आरिफ और शोभित के हाथ-पैर शरीर से अलग हो गए। दोनों ही हादसे के बाद बीच सड़क तड़पते रहे। इस दौरान रोड पर ही उनकी महरम पट्टी करने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों बेसुध पड़े थे। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की मदद से दोनों घायलों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां आरिफ ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि शोभित जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। 15 फीट दूर जा गिरा सिलिंडरपुलिस जांच में सामने आया कि फरीदीपुर निवासी संजय के ऑक्सीजन प्लांट से गुरुवार दोपहर जेपीएस अस्पताल में सिलेंडर सप्लाई होनी थी। उनके कर्मचारी शोभित और आरिफ डाला पर सिलेंडर लेकर गए थे। अस्पताल के बाहर एक सिलिंडर उतारने के दौरान वह जमीन पर गिर गया। जिससे सिलिंडर में तेज धमका होने से दोनों कर्मचारियों के हाथ और पैर के चीथड़े उड़ गए। धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोग इधर-उधर भागने लगे। घायलों के हाथ और पैर दूर जा गिरे और सिलिंडर फटकर करीब 15 फीट दूर एक कार की छत पर जा गिरा, जिससे कार क्षतिग्रस्ति हो गई। हालांकि, कार सवार बाल-बाल बच गए।लापरवाही का जिम्मेदार कौन?ऑक्सीजन सिलिंडर फटने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। माना जा रहा है, सिलिंडर में प्रेशर अधिक होने या फिर एक्सपायरी की जांच न होने पर इसमें ब्लास्ट हुआ। ऑक्सीजन प्लांट के संचालक पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं। वहीं, ठाकुरगंज थाना प्रभारी विकास राय का कहना है कि पीड़ित परिवार की तरफ से कोई शिकायत नहीं आई है। तहरीर आने के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।
कई अस्पताल में होना था सिलिंडर सप्लाईपुलिस जांच में सामने आया कि शोभित और आरिफ पिछले काफी समय से दुबग्गा फरीदीपुरी ऑक्सीजन प्लांट में काम कर रहे थे। पीड़ित ने बताया कि लोडर में दर्जन भर से ज्यादा ऑक्सीजन सिलिंडर लोड थे। इसे शहर के अलग-अलग अस्पतालों में सप्लाई करना था। गुरुवार को जेपीएस अस्पताल में सिलिंडर सप्लाई करने के दौरान हादसा हो गया। जिस जगह हादसा हुआ वहां पर काफी भीड़ थी। गनीमत रही कि हादसे में सिर्फ एक सिलिंडर फटा, वरना बड़ा हादसा हो सकता है।इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।-राहुल राज, डीसीपी वेस्टपहले भी हो चुके हैं हादसे- अक्टूबर 2022 को बख्शी तालाब के बरगदी गांव में सिलिंडर फटने से एक मौत और पांच घायल हो गए थे।- दिसंबर 2022 में बासमंडी स्थित रंगोली होटल में सिलिंडर में ब्लॉस्ट होने पर एक कस्टमर की मौत और एक घायल हो गया था।- मई 2021 में देवा रोड स्थित केटी ऑक्सीजन प्लांट में ब्लास्ट होने से तीन लोगों की मौत और पांच लोग घायल हो गए थे।
- सितंबर 2023 को आशियाना स्थित एक घर में सिलिंडर में आग लगने मासूम समेत दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।