कम उम्र की महिलाओं में बढ़ा ओवेरियन कैंसर का रिस्क
लखनऊ (ब्यूरो)। महिलाओं को यदि गैस की समस्या लगातार बनी हुई है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। साथ ही खाने का मन न करना, उल्टी महसूस होना या वजन कम होना जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। ये ओवेरियन कैंसर के संकेत हो सकते हैं। महिलाएं अक्सर इसे नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे कैंसर लेट स्टेज तक पहुंच जाता है। यह जानकारी रविवार को एजीआईकॉन-22 में गाएनी-आंको सेमिनार के दौरान कटक से आये डॉ। एसके गिरी ने दी।रोबोटिक सर्जरी से भी इलाज
डॉ। एसके गिरी ने बताया कि महिलाओं में ओवेरियन कैंसर अब अर्ली स्टेज में भी मिल रहा है। अमूमन यह बीमारी 40 की उम्र के बाद महिलाओं में देखने को मिलती है, पर अब 40 से कम उम्र में भी देखने को मिल रही है। इसके अलावा सर्विक्स कैंसर का इलाज भी अब एडवांस हो चला है। इसे रोबोटिक सर्जरी की मदद से किया जा सकता है। हालांकि, यह थोड़ा महंगा होता है। ऐसे में ओपन सर्जरी को भी काफी एडवांस किया गया है, जिसे केवल ट्रेंड गाएनी-आंको स्पेशलिस्ट ही कर सकता है। ऐसे में महिलाओं को समय-समय पर अपनी स्क्रीनिंग करवाते रहना चाहिए।इंफर्टिलिटी का इलाज बढ़ा रहा कैंसर
वहीं क्वीन मेरी की पूर्व एचओडी और आयोजन की कन्वीनर डॉ। उमा सिंह ने बताया कि महिलाओं में बच्चेदानी के कैंसर मामलों में 10 गुना बढ़ोतरी देखी गई है। आज कल करीब 5 फीसदी मामले कम उम्र की महिलाओं में देखने को मिल रहे है। इसका बड़ा कारण मोटापा, शुगर, हाइपर टेंशन, कम बच्चे पैदा करना, जेनेटिक और इंफर्टिलिटी का इलाज कराना आदि है। इंफर्टिलिटी की कुछ दवाएं इसके होने के कारणों को बढ़ाने का काम करती हैं। ऐसे में गंदे पानी का रिसाव या ब्लीडिंग हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। समय पर इसका पता लगने पर 80 फीसदी तक इसका इलाज किया जा सकता है। ऐसे में महिलाओं को जागरूक रहने की जरूरत है।