Lucknow News: राजधानी में लगातार गिरते अंडरग्राउंड वॉटर लेवल को मेनटेन करने के लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से बड़ा कदम उठाने की तैयारी की गई है। इसके अंतर्गत नगर निगम की ओर से कई प्लेसेस पर मियावाकी फॉरेस्ट का कांसेप्ट लाने की कवायद शुरू कर दी गई है।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में लगातार गिरते अंडरग्राउंड वॉटर लेवल को मेनटेन करने के लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से बड़ा कदम उठाने की तैयारी की गई है। इसके अंतर्गत नगर निगम की ओर से कई प्लेसेस पर मियावाकी फॉरेस्ट का कांसेप्ट लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए स्पेस तलाशने का काम भी शुरू कर दिया गया है। जोन तीन अंतर्गत ग्राम रसूलपुर समेत एक दो स्थानों पर जगह लगभग फाइनल भी हो गई है। जल्द ही यहां काम शुरू होगा।गिर रहा है जलस्तर
राजधानी के लगभग सभी इलाकों में अंडरग्राउंड वॉटर लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है। कई इलाके तो ऐसे हैैं, जहां पर अंडरग्राउंड वॉटर लेवल का स्तर 100 फुट से नीचे गिर गया है। इसकी वजह से घरों में लगी सबमर्सिबल जवाब दे रही हैैं और लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई इलाकों में लगी सरकारी सबमर्सिबल भी अपनी क्षमता के अनुरूप पानी नहीं दे रहे हैैं, इसकी वजह से लोगों को इधर-उधर से पानी लाना पड़ रहा है। जैसे-जैसे तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है, उसी रफ्तार से पेयजल संकट भी छा रहा है।इस वजह से उठाया कदम


एक तरफ जहां नगर निगम की ओर से लोगों को पेयजल बचाने के लिए जागरुक किए जाने संबंधी कदम उठाए जाने की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ अंडरग्राउंड वॉटर लेवल को मेनटेन करने के लिए मियावाकी कांसेप्ट पर काम शुरू कर दिया गया है। इस कदम को हर जोन में उठाने की तैयारी की जा रही है।ये है मियावाकी कांसेप्टयहां पर घने पौधे लगाए जाते हैैं, जो बाद में विशाल वृक्ष का रूप लेते हैैं। जब भी बारिश होती है तो वृृक्षों के इस समूह से पानी रिसकर जमीन के नीचे चला जाता है। जिससे अंडरग्राउंड वॉटर लेवल भी मेनटेन होता है। चूंकि शहर के अंदर स्पेस की समस्या है, इसे ध्यान में रखते हुए जगह चिन्हित करके छोटे-छोटे स्पेस में मियावाकी कांसेप्ट को इंप्लीमेंट किया जाएगा। जिससे सभी वार्डों को इसका लाभ मिल सके। पहले ये कदम उन्हीं इलाकों में उठाया जाएगा, जहां पानी की अधिक क्राइसिस है या अंडरग्राउंड वॉटर लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है।जोनवाइज दी जाएगी जानकारी

मियावाकी कांसेप्ट को लाने के साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर भी पब्लिक को जागरुक किया जाएगा। नगर आयुक्त की ओर से इस बाबत टीमें गठित करने के निर्देश दिए गए हैैं। ये टीमें डोर टू डोर कैंपेन करके लोगों को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए प्रेरित करेंगी साथ ही उन्हें यह भी बताएंगी कि हार्वेस्टिंग क्यों जरूरी है और इससे उन्हें क्या फायदा मिलेगा।एलडीए ने उठाए कदमएलडीए की ओर से भी मियावाकी कांसेप्ट को इंप्लीमेंट कर दिया गया है। अभी पहला कदम बसंतकुंज योजना में उठाया गया है और अब इसे अन्य आवासीय योजनाओं में भी इंप्लीमेंट किया जाएगा। इसके साथ ही प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले पार्कों में भी रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। नगर निगम भी अपने प्रमुख पार्कों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने जा रहा है।हमारी ओर से मियावाकी कांसेप्ट पर काम किया जा रहा है। इसके माध्यम से अंडरग्राउंड वॉटर लेवल को मेनटेन करने के साथ ही हवा को भी शुद्ध रखा जा सकेगा।इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive