Lucknow News: संजय गांधी पीजीआई में तैनात एक महिला डॉक्टर की रविवार शाम संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मामले की जानकारी के बाद संस्थान में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना मृतका के परिजनों को दे दी गई है। मृतका मूलता पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।


लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई में तैनात एक महिला डॉक्टर की रविवार शाम संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मामले की जानकारी के बाद संस्थान में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना मृतका के परिजनों को दे दी गई है। मृतका मूलता पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। हालांकि, मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। फिलहाल पुलिस की तफ्तीश जारी है।मौत का कारण स्पष्ट नहीं
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के 24 दक्षिण परगना जिले की निवासी 30 वर्षीय डॉ। राजोशी घोराई पीजीआई के एनेस्थीसिया विभाग में तैनात थीं। वह हॉस्टल में अकेले रहती थीं। उनकी शादी भी नहीं हुई थी। रविवार शाम अचानक उनकी तबियत खराब हुई, जिसके बाद साथ के लोग उनको तत्काल डॉक्टर के पास ले गये। जहां तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इंस्पेक्टर ब्रजेश चंद तिवारी ने बताया कि उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। परिजन शव को लेकर वापस बंगाल जा चुके हैं।हॉस्टल में अचेत अवस्था में मिलीं


संस्थान निदेशक पद्मश्री प्रो। आरके धीमन के मुताबिक, एनेस्थीसिया विभाग में तैनात जूनियर रेजिडेंट रविवार शाम अपने हॉस्टल रूम में अचेत अवस्था में पाई गई थी। जिसके बाद तत्काल उनको पोस्ट ऑपरेटिव आईसीयू में शिफ्ट किया गया। उनको बचाने के तमाम प्रयास किए गये, लेकिन बचाया नहीं जा सका। मृतका के परिजनों को इसके बारे में जानकारी दी जा चुकी है। साथ ही मृतका का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।जूनियर रेजिडेंट हॉस्टल में अचेत अवस्था में मिली थी। तत्काल डॉक्टरों ने उनको बचाने के सभी प्रयास किए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।-प्रो। आरके धीमन, निदेशक पीजीआई

Posted By: Inextlive