कैंसर का इलाज करने की तीन अलग-अलग विधि होती हैं। इसमें दवा सर्जरी और रेडियोथेरेपी के तहत इलाज किया जाता है। पर कैंसर के कुछ मामलों में तीनों ही विधियों का इस्तेमाल होता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में बड़ी संख्या में कैंसर मरीज आते हैं। केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया और कैंसर संस्थान में खासतौर पर ज्यादा मरीज आते हैं। पर इन चारों मेडिकल संस्थानों में ऑन्कोलॉजिस्ट की कमी चल रही है, जिसकी वजह से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है और वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही डॉक्टरों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा।मरीजों को हो रही दिक्कत


कैंसर का इलाज करने की तीन अलग-अलग विधि होती हैं। इसमें दवा, सर्जरी और रेडियोथेरेपी के तहत इलाज किया जाता है। पर कैंसर के कुछ मामलों में तीनों ही विधियों का इस्तेमाल होता है। शुरुआती स्टेज के कैंसर में सर्जरी, बढ़े हुए कैंसर के हालात में कीमो, सर्जरी और थेरेपी दी जाती है। वहीं, मुंह व गले के कैंसर में रेडियोथेरेपी दी जाती है। राजधानी में बड़े मेडिकल संस्थान कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज देने का दावा करते है, लेकिन मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट की कमी के चलते मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है।डॉक्टर की कमी बड़ी परेशानी

केजीएमयू में कैंसर ओपीडी में हर महीने करीब 6 हजार के आसपास मरीज आते हैं, पर यहां पर केवल एक मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट ही है। वहीं, लोहिया संस्थान में भी हर महीनेे करीब 4 हजार मरीज आते हैं, लेकिन विभाग के एकलौते डॉ। गौरव गुप्ता नौकरी छोड़ चुके हैं। जिसके बाद संविदा पर डॉक्टर की भर्ती कर काम चलाया जा रहा है। एक अन्य डॉक्टर भी सहयोग के लिए लगाया गया है। कुछ ऐसा ही हाल पीजीआई का भी है, जहां हर महीने 4 हजार से अधिक कैंसर मरीज आते हैं। यहां मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट के तीन पद खाली थे। पर अभी एक डॉक्टर की तैनाती हुई है, दो पद खाली हैं, जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी होती है। कैंसर संस्थान में तो एक भी मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट नहीं है, यहां पर चार पद खाली हैं। यहां पर रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट मरीजों को देखने का काम कर रहे हैं। गरीब मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि इन मेडिकल संस्थानों में पूरे देशभर से कैंसर ग्रसित मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं, जबकि कैंसर रोगियों के लिए एक-एक दिन महत्वूपर्ण होता है।डॉ। सक्षम द्वारा एक पद भरा गया है, जबकि डॉ। रोहिनी खुराना एक्टिंग एचओडी हैं। वहीं, भर्ती प्रकिया को लेकर काम जारी है।-प्रो। सोनिया नित्यानंद, निदेशक, लोहिया संस्थान

पीजीआई में एक डॉक्टर तैनात है। वहीं, कैंसर संस्थान में चारों पद रिक्त हैं। जल्द ही दोनों जगह पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा।-प्रो। आरके धीमन, निदेशक, पीजीआई और कैंसर संस्थानसभी मरीजों को देखा जाता है। जल्द ही रिक्त पदों को भरा जाएगा।-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू

Posted By: Inextlive