मानसून की बारिश में फिर डूब सकते हैं लखनऊ के कई इलाके
लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के कई इलाके ऐसे हैैं, जहां फिर से जलभराव की समस्या सामने आएगी, वहीं कई ऐसे भी प्वाइंट्स हैैं, जहां अब जलभराव की समस्या विकराल रूप नहीं ले सकेगी। ऐसा नहीं है कि इन इलाकों में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा लेकिन पिछले सालों के मुकाबले इस बार यह समस्या चंद घंटों में समाप्त हो जाएगी।दावों की हकीकत आई थी सामनेदो साल पहले 16 सितंबर 2022 का दिन शायद सबको याद होगा। इस दिन देर रात से शुरू हुई बारिश अगले दिन तक शाम तक होती रही। राजधानी के करीब एक दर्जन से अधिक इलाकों में तो इतना पानी भर गया था कि हजारों लोग अपने घरों में कैद हो गए थे। वहीं भूतनाथ मार्केट में तो बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर स्थित दुकानों में पानी भर गया था और सारा सामान बर्बाद हो गया था।
मंडलायुक्त ने संभाला था मोर्चा
जलभराव के हालात इतने भयावह थे कि मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब को खुद जलभराव वाले प्वाइंट्स इंजीनियरिंग कॉलेज, जानकीपुरम, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, रिवरफ्रंट कॉलोनी, फैजुल्लागंज के गणेश पुरम कॉलोनी, शक्ति नगर ढाल, बाढ़ पंपिंग स्टेशन बैरल 3 का निरीक्षण किया था। इसके बाद आनन-फानन में 300 से अधिक पंपसेट लगाकर बारिश का पानी निकालने का प्रयास किया गया था। इसके बावजूद बारिश रुकने के 24 घंटे बाद ही स्थिति सामान्य हो सकी थी।यहां हालात रहेंगे चिंताजनकअब अगर भूतनाथ मार्केट की बात की जाए तो यहां हालात फिर दो साल पुराने वाले हो सकते हैैं। इसकी वजह यह है कि दो साल बाद भी यहां पर नाला निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है। हाल में ही एक बार फिर से भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने महापौर को इस संबंध में पत्र भी दिया है और उन्हे आश्वासन भी मिला है। जब तक यहां पर मार्केट के दूसरी तरफ नाला निर्माण नहीं होगा, जलभराव की स्थिति बनी रहेगी।पार्षद खुद नाले में उतर गए थेअगर नालों की तलहटी की सफाई नहीं हुई तो साफ है कि चौक एरिया में फिर से जलभराव की समस्या सामने आएगी। पिछले साल यहां वार्ड पार्षद खुद नाले में उतर गए थे और नाला सफाई की हकीकत बयां की थी। इस बार भी नाला सफाई शुरू हुई है। जब सफाई का काम पूरा हो जाएगा और बारिश होगी तो हकीकत सामने आ जाएगी।यहां मिलेगी राहत
हर साल बारिश में इस्माइलगंज फर्स्ट और सेकंड के अंतर्गत आने वाले कई मोहल्लों जैसे पटेल नगर, मुलायम नगर, उर्मिला पुरी, सुरेंद्रनगर और बसंत विहार में भयानक जलभराव की समस्या सामने आती थी लेकिन अब हालात उतने खराब नहीं होंगे। इसकी वजह यह है कि नगर निगम की ओर से यहां सतुआ तालाब पर 75-75 हार्स पॉवर के दो पंप लगवा दिए गए हैैं।इस बार तैयारी पूरीनगर निगम प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि इस बार मानसून से पहले ही सारी तैयारियां कर ली गई हैैं। जिससे लोगों को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े। निगम प्रशासन का यह भी कहना है कि अगर किसी भी एरिया में जलभराव की समस्या सामने आएगी तो तत्काल पंप लगवाकर पानी निकासी का कार्य कराया जाएगा।यहां भी हो सकता जलभरावबारिश के दौरान इकाना से पलासियो मॉल की तरफ जाने वाली रोड और सुत्लानपुर रोड पर जलभराव की समस्या सामने आती है। यहां भी जलभराव से निपटने के कोई इंतजाम नहीं हुए हैैं। निगम प्रशासन को तत्काल इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है।बोले लोग
तेज बारिश होने पर इस बार फिर से मार्केट में जलभराव होने का खतरा मंडरा रहा है। अभी तक मार्केट की लेन के दूसरी तरफ नाले का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। जब तक नाला नहीं बनेगा, तब तक जलभराव की समस्या दूर नहीं होगी।देवेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडलअगर नालों की तलहटी की सफाई नहीं होगी तो साफ है कि इस बार भी नाले ओवरफ्लो होंगे और जनता को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ेगा।अनुराग मिश्र, पार्षद, चौक कालीजी वार्डनालों की सफाई सही से होनी चाहिए वरना बारिश होने पर जलभराव की समस्या सामने आएगी ही। पंप लगने से अब थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।आनंद द्विवेदी, पटेलनगरमेरा मानना है कि जलभराव की समस्या को समाप्त करने के लिए ठोस व्यवस्था की जानी चाहिए। वैकल्पिक व्यवस्था से आंशिक राहत मिलती है।सुरेंद्र वर्मा, वासुदेव नगरजलभराव से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है, इससे जलभराव से राहत तो मिलेगी लेकिन मेरा मानना है कि जलभराव की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए स्थाई इंतजाम होने चाहिए।रुद्र प्रताप सिंह, पूर्व पार्षद, इस्माईलगंज सेकंड वार्ड