Lucknow News: बजट की स्वीकृति मिलने के बाद वेलनेस सिटी योजना को मिलेगी रफ्तार
लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की वेलनेस सिटी योजना को अब रफ्तार मिलती हुई नजर आ रही है। बोर्ड बैठक से स्वीकृति मिलने के बाद इस योजना के डेवलपमेंट की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। जिसका सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा, जो अपने आशियाने का सपना देख रहे हैैं।यहां है प्रस्तावित योजना
लखनऊ-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रस्तावित वेलनेस सिटी का विकास 1441.266 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इसमें भूमि अधिग्रहण व विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत 40 प्रतिशत धनराशि प्रदान की जाएगी। शासन के निर्देशानुसार योजना में आ रही निजी विकासकर्ताओं की 296.843 एकड़ भूमि को इससे अलग करते हुए ग्राम-मस्तेमऊ की भूमि को शामिल किया गया है। अब वेलनेस सिटी के लिए ग्राम-बक्कास, मलूकपुर ढ़कवा, चैरहिया, दुलारमऊ, नूरपुर बेहटा व मस्तेमऊ की 1197.984 एकड़ भूमि अर्जित की जाएगी। इसी तरह आईटी सिटी के लिए ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकंदरपुर अमोलिया व भटवारा की कुल 1710.2433 एकड़ भूमि जुटायी जाएगी।लंबे समय से कवायद
एलडीए की ओर से वेलनेस सिटी को डेवलप करने के लिए लंबे समय से कवायद की जा रही थी। इसके लिए कई बार योजना का खाका तैयार किया जा चुका है। जमीन अधिग्रहण को लेकर तकनीकी पहलू सामने आ रहा था, जिसे अब दूर कर लिया गया है। अब एलडीए की ओर से जल्द से जल्द योजना के डेवलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है, जिससे पब्लिक को इस योजना का सीधा लाभ मिल सके। इसके साथ ही आईटी सिटी को भी मूर्तरूप देने के लिए कवायद तेज हो गई है। दोनों ही योजनाओं में पब्लिक को सस्ते आवासों एवं प्लॉट्स की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही कॉमर्शियल कॉर्नर भी डेवलप किया जाएगा। दोनों ही योजना में हाईटेक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।नगर निगम की जर्जर बिल्डिंग्स की जगह पर बनेंगे स्कूलनगर निगम की ओर से अपनी जर्जर बिल्डिंग के स्थान पर स्कूल इत्यादि डेवलप किए जाएंगे। इसके लिए सभी आठ जोन में सर्वे कराकर जर्जर बिल्डिंग की लिस्ट तैयार होगी। निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि जर्जर बिल्डिंग के स्थान पर स्कूल तैयार हों, जिससे उस एरिया के सभी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।सभी की हेल्प ली जाएगी
निगम प्रशासन की ओर से इस योजना को इंप्लीमेंट करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ पार्षदों की भी मदद ली जाएगी। जब लिस्ट तैयार हो जाएगी तो फिर स्पेस के आधार पर वहां पर डेवलपमेंट संबंधी कदम उठाया जाएगा। निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि अगर किसी मार्केट एरिया में कोई जर्जर बिल्डिंग है तो वहां पर पार्किंग इत्यादि की सुविधा दी जा सकती है। लालकुआं में जर्जर बिल्डिंग के स्थान पर स्कूल बनाने संबंधी निर्णय पहले ही लिया जा चुका है।सभी जोन में कदमनिगम प्रशासन की ओर से सभी आठ जोन में जर्जर बिल्डिंग चिन्हांकन संबंधी कदम उठाया जाएगा। शुक्रवार को निगम मुख्यालय में आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में इस बाबत फैसला भी लिया जा चुका है। अब मंगलवार से स्पेस चिन्हांकन का काम शुरू कर दिया जाएगा।