Lucknow News: केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में 32 लाख रुपये के लाइफ सेविंग इंफ्यूजन पंप की चोरी प्रकरण की जांच का अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। इसके लिए पुलिस व विभाग के अफसरों ने जांच के साथ-साथ कर्मचारियों से बातचीत करने के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले लिए हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में 32 लाख रुपये के लाइफ सेविंग इंफ्यूजन पंप की चोरी प्रकरण की जांच का अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। इसके लिए पुलिस व विभाग के अफसरों ने जांच के साथ-साथ, कर्मचारियों से बातचीत करने के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले लिए हैं। पर असल चोर पकड़ में नहीं आ रहे हैं, जिसके चलते जांच भी धीमी पड़ गई है।नहीं मिल रहे असल चोर


लारी कॉर्डियोलॉजी में अगस्त के आखिरी सप्ताह में लाइफ सेविंग उपकरण इंफ्यूजन पंप की चोरी का खुलासा हुआ था। जहां करीब 32 लाख रुपये की कीमत के 40 पंप पर चोरों ने हाथ साफ किए थे। चोरों द्वारा इतनी भारी मशीन को एक-एक करके उठाया गया था, पर किसी को इसकी भनक तक नहीं लग पाई थी। मामला खुला तो वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद ने एफआईआर तक दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस जांच के बावजूद असल चोर नहीं पकड़े जा सके। प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा जांच की जा रही है, जो रिपोर्ट मिलेगी उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।मैक्सिलोफेशियल ट्रॉमा यूनिट में जनरल एनेस्थीसिया ओटी शुरू

केजीएमयू के मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग के ट्रॉमा यूनिट में विश्वकर्मा जयंती के शुभ अवसर पर पहली बार जनरल एनेस्थीसिया ओटी शुरू की गई, जहां सर्जरी भी शुरू कर दी गई है। वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद की प्रेरणा और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग के हेड डॉ। शदाब मोहम्मद के मार्गदर्शन में ट्रॉमा यूनिट में कार्यरत प्रो। डॉ। अमिय अग्रवाल, डॉ। अरुनेश कुमार तिवारी और एनेस्थीसिया विभाग के डॉ। नील कमल की टीम के सहयोग से जनरल एनेस्थीसिया में मरीज का सफल ऑपरेशन किया। यह कदम केजीएमयू के चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। जो भविष्य में मरीजों के लिए उच्च गुणवत्ता की देखभाल प्रदान करेगा।केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में हेल्प डेस्क शुरू

केजीएमयू वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद द्वारा मंगलवार को ट्रामा सेंटर में रोगी हेल्प डेस्क का उद्घाटन किया गया। इस हेल्प डेस्क का काम रोगी और उनके तीमारदार को इलाज संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना, उपचार को सुगम बनाने के लिए सहायता एवं मार्गदर्शन उपलब्ध कराना, विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना, बिना देरी के रोगियों की समस्या का निस्तारण कर त्वरित उपचार को सुलभ बनाना और शिकायत प्राप्त करना एवं यथासंभव प्राथमिक स्तर पर उसका निस्तारण करना होगा। हेल्प डेस्क जनोपयोगी के साथ-साथ रोगियों एवम तीमारदारों की संतुष्टि में अत्यधिक सहायक रहेगी। कार्यक्रम में सीएमएस-ट्रामा, डॉ। प्रेम राज सिंह, केजीएमयू सीएमएस प्रो। बीके ओझा एवं चीफ प्रॉक्टर प्रो। क्षितिज श्रीवास्तव समेत अन्य मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive