Lucknow News: अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से सस्टेनेबल इनोवेटर्स एग्जीबिशन सीजन 2 का सफल आयोजन बुधवार को इंदिरा नगर स्थित होटल बेबियन इन में किया गया। इस इवेंट में राजधानी के नामी-गिरामी स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।


लखनऊ (ब्यूरो)। अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से सस्टेनेबल इनोवेटर्स एग्जीबिशन सीजन 2 का सफल आयोजन बुधवार को इंदिरा नगर स्थित होटल बेबियन इन में किया गया। इस इवेंट में राजधानी के नामी-गिरामी स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जहां उन्होंने कार्बन एब्जार्बर, स्मार्ट सिटी, वॉटर प्यूरीफिकेशन, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिसिटी फ्रॉम वेस्ट आदि टॉपिक पर बने अपने मॉडल्स से लोगों को जागरूक करने का काम किया। इस दौरान साइंस एग्जीबिशन के विनर्स को सम्मानित भी किया गया।यह समय एआई और ऑटोमेशन का


अमृता विश्वविद्यापीठम, फरीदाबाद ब्रांच के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन ने बताया कि आज का समय एआई और ऑटोमेशन का है। जो न केवल सस्टेनेबल हो बल्कि फ्यूचरस्टिक भी होना चाहिए। हर कोई एआई का यूज कर रहा है, लेकिन इसका सही यूज कैसे किया जाये, इसपर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। आज साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एआई, समेत अन्य कई फील्ड में कई करियर ऑप्शंस मौजूद हैं, लेकिन इसके लिए सही गाइडेंस की जरूरत है। यहां इस तरह के इवेंट काफी सहायक होते हैं। यहां जो मॉडल्स का प्रोटोटाइप पेश किया गया है, हो सकता है उसमें से कोई मॉडल सेलेक्ट हो और उसे बड़े लेवल पर डेवलप किया जाये, जो समाज को एक नई दिशा दे सकता है। हर किसी को कुछ न कुछ नया व इनोवेटिव काम करते रहना चाहिए। इस दौरान कार्यक्रम की एंकरिंग शिवम शुक्ला ने की।विनर्स का किया गया सम्मानइवेंट में शामिल हुए विभिन्न स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने एक से बढ़कर एक इनोवेटिव मॉडल्स पेश किए। ज्यूरी मेंबर्स में डॉ। रामानंद यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, जियोलॉजी, एलयू और डॉ। शशि रंजन राय, असिस्टेंट प्रोफेसर, जियोलॉजी, एलयू शामिल रहे। उन्होंने कई क्राइटेरिया पर सभी मॉडल्स को परखा। साथ ही बच्चों से कई तरह के सवाल-जवाब करने के साथ उनको जरूरी सजेशन भी दिए ताकि वे इंप्रूवमेंट कर भविष्य और बेहतर कर सकें।ये बने विनरइवेंट के दौरान टॉप थ्री मॉडल्स चुने गये। गोल्ड मेडल इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन फ्रॉम प्लास्टिक मॉडल के लिए सेंट जोसेफ कॉलेज को मिला, जिसे शोभित सिद्धार्थ, अनूप यादव और अमृतेश पांडे ने तैयार किया था। जबकि सिल्वर मेडल दिल्ली पब्लिक स्कूल के समर्थ सक्सेना, रुद्राक्ष राय और ऐश्वर्य शर्मा को स्मार्ट सिटी मॉडल और ब्रांज मेडल बाल निकुंज इंटर कॉलेज गर्ल्स विंग की राघवी गुप्ता, वैष्णवी शुक्ला और रुखसार शेख को कार्बन एब्जार्बर मॉडल के लिए दिया गया। सभी विनर्स को अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन और ज्यूरी द्वारा मेडल, गिफ्ट वाउचर और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

बोले गेस्टहमारा मॉडल वेजिटेबल वेस्ट से इलेक्ट्रिसिटी बनाने पर बेस्ड है, जिसमें लिक्विड और सॉलिड वेस्ट को अलग-अलग किया जाता है। इसके बाद उनको जलाते हुए निकलने वाले धुंए से बिजली बनाई जा सकती है।-अकदस अली, क्लास 11, न्यू पब्लिक इंटर कॉलेजवातावरण में पाल्यूशन की वजह से काफी परेशानी होती है। इसी समस्या को देखते हुए कार्बन एब्जार्बर मॉडल बनाया है। यह हवा से कार्बन को सोखकर साफ और स्वच्छ हवा को छोड़ने का काम करता है।-राघवी गुप्ता, क्लास 11, बाल निकुंज इंटर कॉलेज गर्ल्स विंगआने वाला समय स्मार्ट सिटी का है, जिसमें एआई का भी यूज हो रहा है। इसी को आधार बनाकर स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट का मॉडल तैयार किया है, जो सस्टेनेबल एनर्जी का भी काम करेगा।-आश्रय त्रिपाठी, क्लास 11, डीपीएस, जानकीपुरमप्लास्टिक एक बड़ा संकट बनता जा रहा है, लेकिन स्मार्ट यूजेस से इससे बिजली बनाई जा सकती है। हमारा मॉडल इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन फ्रॉम प्लास्टिक पर आधारित है। जहां हार्मफुल गैसों को एब्जार्ब करते हुए बिजली बनाई जा सकती है। इससे पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है।-शोभित सिद्धार्थ, क्लास 12, सेंट जोसेफ कॉलेज, सीतापुर रोडये बने विनरइनोवेटर-इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन फ्रॉम प्लास्टिक, सेंट जोसेफ कॉलेजचैलेंजर-स्मार्ट सिटी, दिल्ली पब्लिक स्कूलविजनरी-कार्बन एब्जार्बर, बाल निकुंज इंटर कॉलेजये भी हुए सम्मानितबेस्ट टीम-इलेक्ट्रिसिटी फ्रॉम वेजिटेबल वेस्ट, न्यू पब्लिक इंटर कॉलेजज्यूरी च्वाइस-ईको स्पैन, रेड रोज पब्लिक स्कूलपीपल च्वाइस-ऑटोमेटिक इरिगेशन सिस्टम, एसकेडी एकेडमी, वृंदावन कॉलोनीयूनीक आईडिया-पाल्यूशन टू इंक इंवर्टर, एसआर ग्लोबल स्कूल


इस तरह के इवेंट स्टूडेंट्स को कुछ यूनीक और इनोवेटिव करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस इवेंट के साथ जुड़कर काफी अच्छा लगा और बच्चों ने वाकई इनोवेटिव मॉडल्स पेश किए, जो सस्टेनेबल साल्यूशंस के लिए बेहतर विकल्प देने का काम करेंगे।-निघिल एन, एकेडमिक मेंटॉर, अमृता विश्वविद्यापीठमबोली ज्यूरीइस एग्जीबिशन में आकर काफी अच्छा लगा। यंग माइंड्स में काफी कुछ इनोवेटिव और कुछ अलग करने की चाह नजर आई है। कुछ मॉडल्स को थोड़े से इनोवेशन के साथ काफी आगे ले जाया जा सकता है। इस तरह का इवेंट ऑर्गनाइज करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को धन्यवाद।-डॉ। रामानंद यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, जियोलॉजी, एलयूसाइंस एग्जीबिशन में बच्चों की क्रिएटिविटी देखकर अच्छा लगा। इस तरह के इवेंट से बच्चों को एक-दूसरे से आईडिया शेयर करने का मौका मिलता है।-डॉ। शशि रंजन राय, असिस्टेंट प्रोफेसर, जियोलॉजी, एलयूबोले टीचर्सदैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बेहद अच्छा इवेंट ऑर्गनाइज किया। इस तरह के प्रोग्राम से बच्चों को काफी कुछ नया सीखने को मिलता है। यहां आकर काफी अच्छा लगा।-अशफाक अहमद, सेंट जोसेफ, सीतापुर रोड
इस साइंस एग्जीबिशन में आकर काफी अच्छा लगा। बच्चों ने मॉडल बनाने में काफी मेहनत की है। कुछ मॉडल तो वाकई में यूनिक हैं। बच्चों को इस तरह के आयोजन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।-हाशमा, टाउन हॉलदैनिक जागरण आईनेक्स्ट का यह सस्टेनेबल इनोवेशन प्रोग्राम वाकई में अच्छा है। जहां बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। साथ ही अन्य बच्चों से मिलकर कुछ नया सीखने को मिला।-कुशाग्र सिंह, डीपीएस, जानकीपुरमइस तरह के साइंस एग्जीबिशन से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। एक्सपर्ट ज्यूरी उनको काफी कुछ नया बताती है, जो आगे उनके काफी काम आता है। बच्चों को एक नई सोच मिलती है।-ऋषिकांत पांडे, बाल निकुंज इंटर कॉलेज गर्ल्स विंगबच्चे एक-दूसरे को देखकर ही सीखते हैं। इस तरह के आयोजन उनको प्रेरणा देने का काम करते हैं। बच्चे ही हमारा भविष्य हैं इसलिए उनके आईडिया भी भविष्य को ध्यान में रखकर ही बने होते हैं।-सौरभ अरोड़ा, देश भारती पब्लिक इंटर कॉलेजबोले स्टूडेंट्सहम लोगों ने स्मार्ट इरिगेशन सिस्टम तैयार किया है। जो मोबाइल से भी कनेक्टेड रहता है। इसकी मदद से आप जरूरत के अनुसार पेड़ों को पानी दे सकते हैं। यह सिस्टम इरिगेशन के लिए भी काफी बेहतर है, जिससे काफी मदद मिल सकती है।-शाश्वत शुक्ला, क्लास 10, एसकेडी एकेडमी Posted By: Inextlive