Lucknow News: हाल ही में 25 मई को इंदिरा नगर में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे के ड्राइवर अखिलेश यादव ने भी अपने साथी के साथ मिलकर उनकी पत्नी की हत्या कर दी थी और एक करोड़ कीमत की ज्वैलरी लूट ली थी।


लखनऊ (ब्यूरो)। मॉल एवेन्यू स्थित लेबुआ होटल के रूम नंबर 114 में रुके आकाश शर्मा को उनके दोस्त के ड्राइवर ने पानी में नशीला पदार्थ देकर 20 लाख रुपये की ज्वैलरी चुरा ली थी। मूलरूप से जौनपुर निवासी आरोपी ड्राइवर दिव्यम सिंह उर्फ नितिन सिंह के खिलाफ 13 केस दर्ज हैं। हाल ही में 25 मई को इंदिरा नगर में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे के ड्राइवर अखिलेश यादव ने भी अपने साथी के साथ मिलकर उनकी पत्नी की हत्या कर दी थी और एक करोड़ कीमत की ज्वैलरी लूट ली थी।पुलिस फ्री में करती है वेरिफिकेशन


राजधानी में ऐसे तमाम केस सामने आए हैं जहां घरेलू नौकर, ड्राइवर या किराएदार ने अपराध की घटना को अंजाम देकर न केवल कीमती सामान लूटे बल्कि लोगों की जान तक ले ली। इसके बाद भी लोग घरेलू नौकर, ड्राइवर व किराएदार को बिना वेरीफिकेशन के नौकरी पर रख रहे हैं। हालांकि, यूपी पुलिस फ्री ऑफ कास्ट ऑनलाइन सुविधा लंबे समय से चला रही है।एक क्लिक से पता लगा सकेंगे पूरी कुंडली

किराएदार या फिर घरेलू नौकरों के वेरीफेकशन के लिए पुलिस थानों के चक्कर नहीं लगाने होते हैं। कंप्यूटर या मोबाइल से घर बैठे पुलिस विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही हैं। इसके लिए यूपी पुलिस की वेबसाइट पर केवल संबंधित व्यक्ति का नाम-पता समेत मोबाइल नंबर फीड करना होगा। इसके बाद पुलिस उस व्यक्ति की पूरी कुंडली सामने रख देगी। पुलिस का यह महत्वाकांक्षी सुविधा शुरू करने का उद्देश्य किराएदारों और नौकरों के भेष में घर में अपराधियों की घुसपैठ रोकना है। अभी तक किराएदार या फिर नौकरों के वेरीफिकेशन में भागदौड़ होती थी और इससे बचने के लिए लोग वेरीफिकेशन नहीं कराते थे।ऐसे कर सकते हैं अप्लाईयूपी पुलिस की वेबसाइट पर जाने के बाद सबसे पहले अपनी आईडी बनानी होगी। फिर डैशबोर्ड को क्लिक करना होगा। वहां वेरीफिकेशन संबंधित विकल्प खुद ब खुद सामने आ जाएगा। जिसमें जनहित गारंटी अधिनियम खुलकर आएगा। उसी पर क्लिक करने के बाद पेइंगगेस्ट, घरेलू नौकर समेत खुद का चरित्र सत्यापन करने के विकल्प आएंगे। जिसका भी चरित्र सत्यापन करना होगा, उसका नाम, पता, आधार और मोबाइल नंबर बतौर फीडबैक दर्ज करना होगा। इसके बाद यह मांग रजिस्टर्ड कर ली जाएगी।सात दिन के भीतर मिल जाएगी रिपोर्ट

रजिस्ट्रेशन के सात दिन के बाद भीतर उसी जगह संबंधित व्यक्ति का चरित्र सत्यापन सामने आ जाएगा। व्यक्ति के खिलाफ कितने मुकदमे दर्ज हैं और वह किस आचरण का है। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड है भी या नहीं, इसकी जानकारी ऑनलाइन ही मिल जाएगी। इसमें बीट के सिपाही की रिपोर्ट लगेगी, अगर व्यक्ति किसी गैर जिले का रहने वाला है तो संबंधित जिले से उसके चरित्र सत्यापन की रिपोर्ट मंगवाकर दी जाएगी।

Posted By: Inextlive